अशरफ कर गया महालक्ष्मी के 30 टुकड़े; बेंगलुरु कांड की खौफनाक कहानी, सरकार भी घिरी
- महालक्ष्मी का शव फ्लैट में ही 30 टुकड़ों में पाया गया था। इस कत्ल के बारे में तब पता चला, जब लोगों को बदबू आई और दरवाजा तोड़ा गया। अंदर जाने पर पुलिस के भी होश उड़ गए और महालक्ष्मी का शव बुरे हाल में टुकड़े-टुकड़े पाया गया।
बेगुलरु के एक फ्लैट में 30 टुकड़ों में मिले महिला के शव के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। खौफनाक तरीके से मारी गई महिला की पहचान 29 साल की महालक्ष्मी के तौर पर हुई है। महालक्ष्मी बीते करीब 9 महीने से अपने पति से अलग रह रही थी और उसके रिश्ते अशरफ नाम के युवक से थे, जो उत्तराखंड का रहने वाला बताया गया है। महालक्ष्मी के पति हेमंत दास ने बताया कि उन्होंने पत्नी को एक महीने पहले देखा था, जब वह उनकी दुकान पर बेटी से मिलने आई थी। इंडिया टुडे से बातचीत में हेमंत दास ने कहा कि महालक्ष्मी के रिश्ते कुछ महीनों से अशरफ के साथ थे और उसके साथ ही फ्लैट में रहती थी।
महालक्ष्मी का शव फ्लैट में ही 30 टुकड़ों में पाया गया था। इस कत्ल के बारे में तब पता चला, जब लोगों को बदबू आई और दरवाजा तोड़ा गया। अंदर जाने पर पुलिस के भी होश उड़ गए और महालक्ष्मी का शव बुरे हाल में टुकड़े-टुकड़े पाया गया। इसकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हैं, जो इतनी वीभत्स हैं कि उन्हें यहां प्रकाशित भी नहीं किया जा सकता। हेमंत दास ने कहा कि अशरफ और महालक्ष्मी ने उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दी थी, जिसके चलते वह बेंगलुरु नहीं जाता था। अब इस मामले ने सभी के होश उड़ा दिए हैं और मामला सांप्रदायिक तनाव का भी बन सकता है। भाजपा ने राज्य की सिद्धारमैया सरकार पर आरोप लगाया है कि इसीलिए कांग्रेस लव जिहाद कानून का विरोध करती है क्योंकि उसे एक वर्ग को ऐसी ही छूट देनी है।
नाई की दुकान पर काम करता था आरोपी अशरफ
यही नहीं बाहरी बनाम कन्नाडिगा का भी मामला बन गया है। भाजपा का कहना है कि सिद्धारमैया के शासन में इस तरह कन्नाडिगा मारे जा रहे हैं। हेमंत दास ने बताया कि महालक्ष्मी के साथ उसकी शादी करीब 6 महीने तक चली, लेकिन कुछ महीने पहले दोनों कई मसलों पर विवाद के चलते अलग हो गए थे। हेमंत दास ने दावा किया कि उनकी पत्नी अशरफ नाम के शख्स के साथ अवैध संबंध में थी। अशरफ बेंगलुरु के नेलामंगला इलाके में एक नाई की दुकान में काम करता था। उन्होंने कहा कि मुझे संदेह है कि अशरफ ने ही यह कत्ल किया है। इसकी वजह ब्लैकमेलिंग का केस हो सकता है, जो कुछ महीने पहले ही महालक्ष्मी ने उसके खिलाफ दर्ज कराया था।
पुलिस बोली- आरोपी बाहरी है, पर हम पहचान नहीं बताएंगे
इस मामले में पुलिस कमिश्नर दयानंद का भी बयान आया है। उन्होंने कहा कि इस केस की हर ऐंगल से जांच की जा रही है। मुख्य आरोपी की पहचान कर ली गई है और उसे गिरफ्तार करने की कोशिश जारी है। उन्होंने उसकी पहचान बताने से इनकार किया है और कहा कि वह बाहरी है। हम इससे ज्यादा उसके बारे में जानकारी नहीं दे सकते क्योंकि इससे उसे ही मदद मिलेगी। इससे पहले होम मिनिस्टर जी. परमेश्वर ने कहा कि पुलिस ने इस कांड में काफी जानकारियां जुटा ली हैं।