कनाडा मामले में मोदी सरकार के साथ AAP, लेकिन अभी भी चुप क्यों हैं भगवंत मान?
- पिछले साल जब निज्जर विवाद उभरा था, तब AAP सरकार की चुप्पी को लेकर पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कड़ा प्रहार किया था।
दिल्ली और पंजाब की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर मारे गए खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर को लेकर 'राजनीति करने' का आरोप लगाया है। पार्टी ने कहा कि ट्रूडो अपने आगामी आम चुनावों में वोट पाने के लिए इस मुद्दे का इस्तेमाल कर रहे हैं।
कनाडा मामले में मोदी सरकार के साथ AAP
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, AAP के प्रवक्ता नील गर्ग ने कहा, "हम देश की संप्रभुता, एकता और सुरक्षा के पक्षधर हैं। भारत ने सही कदम उठाया है और कड़ा जवाब दिया है। हमें पता है कि ट्रूडो ऐसा क्यों कर रहे हैं। उनके पास महंगाई, स्वास्थ्य सेवाओं और कनाडा में बढ़ते अपराध जैसे मुद्दों पर कहने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए वह एक समुदाय को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी केंद्र की मोदी सरकार द्वारा कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित करने के फैसले के साथ खड़ी है।
हालांकि, नील गर्ग के बयान के बाद भी पार्टी के अन्य नेताओं, खासकर मुख्यमंत्री भगवंत मान की इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। पिछले साल सितंबर में जब भारत और कनाडा के संबंध खराब हुए थे, तब भगवंत मान की चुप्पी को लेकर विपक्ष ने उन पर तीखा हमला किया था। यह विवाद तब शुरू हुआ था जब कनाडा की संसद में ट्रूडो ने जून 2023 में सुर्रे में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की भूमिका का आरोप लगाया था।
तो NRI के चलते खामोश हैं भगवंत मान?
AAP के लिए यह मुद्दा महत्वपूर्ण है क्योंकि पार्टी को अप्रवासी भारतीय (NRI) समुदाय का समर्थन माना जाता है। 2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों के दौरान भी NRI समुदाय का एक बड़ा हिस्सा पार्टी के समर्थन में प्रचार करने के लिए पंजाब आया था। हालांकि, उस समय AAP केवल 117 में से 20 सीटें जीत सकी थी, लेकिन 2022 में पार्टी ने फिर से चुनाव लड़ा और NRI समुदाय के समर्थन से 91 सीटों पर जीत दर्ज की।
हालांकि, AAP पर यह भी आरोप लगाया गया था कि उसने अपने समर्थन आधार में खालिस्तानी समर्थकों को भी जगह दी है। पिछले साल जब निज्जर विवाद उभरा था, तब AAP सरकार की चुप्पी को लेकर पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कड़ा प्रहार किया था और कहा था कि सरकार ने इस मुद्दे पर "एक भी शब्द नहीं कहा।"
कनाडा के छह राजनयिक निष्कासित
भारत ने सोमवार को कनाडा के छह राजनयिकों को निष्कासित कर दिया तथा कनाडा से अपने उच्चायुक्त और ‘‘निशाना बनाए जा रहे’’ अन्य राजनयिकों एवं अधिकारियों को वापस बुलाने की घोषणा की। सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच से भारतीय राजनयिकों को जोड़ने के कनाडा के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए भारत ने यह कार्रवाई की है।
भारत द्वारा उच्चायुक्त संजय वर्मा और कुछ अन्य राजनयिकों को वापस बुलाने का निर्णय कनाडा के प्रभारी राजदूत स्टीवर्ट व्हीलर्स को विदेश मंत्रालय में तलब किए जाने के कुछ ही समय बाद आया। व्हीलर्स को स्पष्ट रूप से संदेश दिया गया कि भारतीय उच्चायुक्त संजय वर्मा और अन्य राजनयिकों एवं अधिकारियों को निराधार तरीके से निशाना बनाना पूरी तरह अस्वीकार्य है।