Hindi Newsदेश न्यूज़2200 attacks on Hindus and Minorities in Bangladesh more than Pakistan Modi Government exposed Muhammad Yunus

पाकिस्तान से भी क्रूर बन गया बांग्लादेश, हिंदुओं पर किए 2200 हमले; संसद में खुली यूनुस की पोल

  • Bangladesh Hindu Attack: विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने संसद में बताया है कि इस साल आठ दिसंबर तक बांग्लादेश में हिंदुओं समेत अल्पसंख्यकों के खिलाफ 2200 हमले हुए हैं, जबकि अक्टूबर तक पाकिस्तान में इस साल हिंदुओं पर 112 हमलों की घटनाएं सामने आई हैं।

Madan Tiwari लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीFri, 20 Dec 2024 06:16 PM
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Bangladesh Hindu Attack: बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने के बाद से हिंदुओं के खिलाफ जमकर हिंसा हो रही है, लेकिन अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस मानने को तैयार नहीं हैं। अब भारत सरकार ने हिंसा पर बांग्लादेश के झूठ की पोल खोल दी है। संसद में दिए एक जवाब में विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने बताया है कि इस साल आठ दिसंबर तक बांग्लादेश में हिंदुओं समेत अल्पसंख्यकों के खिलाफ 2200 हमले हुए हैं, जबकि अक्टूबर तक पाकिस्तान में इस साल हिंदुओं पर 112 हमलों की घटनाएं सामने आई हैं। याी कि इससे साफ है कि बांग्लादेश हिंदुओं के खिलाफ पाकिस्तान से भी ज्यादा क्रूरता दिखा रहा है।

विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने संसद में आंकड़े जारी करते हुए बताया कि बांग्लादेश में साल 2022 में जहां 47 हमले हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ सामने आए, तो पाकिस्तान में यह संख्या 241 थी। इसके बाद 2021 में बांग्लादेश में 302 मामले सामने आए और पाकिस्तान में 103। वहीं, इस साल बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसाओं पर जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। आठ दिसंबर, 2024 तक बांग्लादेश में हिंसा के 2200 मामले सामने आ चुके हैं और पाकिस्तान में यह संख्या 112 है। विदेश राज्य मंत्री ने बताया है कि इन हिंसा की घटनाओं को सरकार ने गंभीरता से लिया है और बांग्लादेश की सरकार के सामने चिंताओं को उठाया है। सरकार को उम्मीद है कि बांग्लादेश सरकार हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कड़े और जरूरी कदम उठाएगी। विदेश सचिव की बांग्लादेश की यात्रा के दौरान भी यही मैसेज दिया गया है। ढाका में स्थित भारतीय दूतावास भी करीब से हमले की घटनाओं पर नजर बनाए हुए है।

इसके साथ ही, विदेश राज्य मंत्री ने यह भी कहा कि भारत सरकार ने पाकिस्तान से धार्मिक असहिष्णुता, सांप्रदायिक हिंसा, व्यवस्थागत उत्पीड़न और अल्पसंख्यक समुदायों पर हमलों को रोकने तथा उनकी सुरक्षा, संरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया है। मंत्री ने कहा, "भारत उचित अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की दुर्दशा को उजागर करना जारी रखता है।" मंत्री ने कहा कि अन्य पड़ोसी देशों (पाकिस्तान और बांग्लादेश को छोड़कर) में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के मामले शून्य हैं। सिंह से पिछले तीन वर्षों के दौरान पड़ोसी देशों में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के कुल मामलों की संख्या, देशवार और वर्षवार; और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए मंत्रालय द्वारा उठाए गए या प्रस्तावित कदमों, जिसमें राजनयिक हस्तक्षेप और राहत उपाय शामिल हैं, के बारे में पूछा गया था।

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बता दें कि अगस्त में बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शन के कारण अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिसके बाद भारत और बांग्लादेश के बीच संबंध गंभीर तनाव में आ गए। हसीना के भारत में शरण लेने के कुछ दिनों बाद नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस सत्ता में आए। वह बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में नेतृत्व करते हैं। हिंदुओं पर हमलों और चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर हाल के हफ्तों में दोनों देशों के बीच संबंध और खराब हो गए।

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