लेबनान और ईरान में 13 हजार से ज्यादा भारतीय, इजरायल के निशाने पर हैं दोनों देश; भारत ने की खास अपील
- पिछले सप्ताह हनिया के मारे जाने के बाद से पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ रहा है। ईरान ने हत्या के लिए इजराइल को दोषी ठहराया है और ‘सही समय’ पर इसका जवाब देने का संकल्प लिया है।
भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि पश्चिम एशिया की स्थिति उसके लिए ‘‘अत्यधिक चिंताजनक’’ है। भारत ने तेहरान में हमास नेता इस्माइल हनिया के मारे जाने पर इजराइल पर ईरान के जवाबी हमले की आशंकाओं के बीच संयम बरतने का आह्वान किया। पिछले सप्ताह हनिया के मारे जाने के बाद से पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ रहा है। ईरान ने हत्या के लिए इजराइल को दोषी ठहराया है और ‘सही समय’ पर इसका जवाब देने का संकल्प लिया है।
इस बात को लेकर चिंताए हैं कि लेबनान में स्थित आतंकी समूह हिजबुल्ला, जिसे ईरान द्वारा समर्थित माना जाता है, भी प्रतिशोध की कार्रवाई में भूमिका निभा सकता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा, ‘‘पश्चिम एशिया की स्थिति हमारे लिए अत्यधिक चिंता का विषय है। लेबनान में लगभग 3,000 भारतीय नागरिक हैं। ईरान में 10,000 लोग हैं।’’ उन्होंने अपनी साप्ताहिक प्रेसवार्ता में कहा, ‘‘वहां हमारे दूतावासों ने परामर्श जारी करके लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है।’’
अमेरिका और ब्रिटेन समेत कई देशों ने अपने नागरिकों को लेबनान छोड़ने के लिए कहा है। लेबनान में हिजबुल्ला के एक वरिष्ठ कमांडर और ईरान में हमास के शीर्ष राजनीतिक नेता की पिछले सप्ताह हुई हत्याओं के मद्देनजर पश्चिम एशिया में हिंसा बढ़ने की आशंका है। इन हत्यों का शक इजराइल पर है। हिजबुल्ला और हमास को ईरान से समर्थन हासिल है।
(इनपुट एजेंसी)
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