फडणवीस-शिंदे को फर्जी केस में जेल भेजने की थी योजना? 'साजिश' की जांच के लिए बनाई SIT
- मंगलवार को विधानसभा में वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री शंभुराजे देसाई ने इस विशेष जांच दल की घोषणा की। उन्होंने कहा कि SIT एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में गठित की गई है।
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महाराष्ट्र सरकार ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और महायुति सरकार के अन्य नेताओं को कथित रूप से फर्जी मामलों में फंसाने की साजिश की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। यह जांच टीम मुंबई पुलिस के कानून एवं व्यवस्था के संयुक्त पुलिस आयुक्त सत्यनारायण चौधरी के नेतृत्व में होगी और 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी।
कैसे उठी जांच की मांग?
यह कदम एक व्यवसायी संजय पुनामिया के दावे के बाद उठाया गया है। पुनामिया ने अपने दावे में आरोप लगाया कि मीडिया में प्रसारित एक स्टिंग ऑपरेशन के तहत एक पूर्व पुलिस अधिकारी ने टेलीफोन पर बातचीत में यह संकेत दिया था कि मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त तत्कालीन विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे की गिरफ्तारी की योजना बना रहे थे।
विधानसभा में SIT की घोषणा
मंगलवार को विधानसभा में वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री शंभुराजे देसाई ने इस विशेष जांच दल की घोषणा की। उन्होंने कहा कि SIT एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में गठित की गई है। इस दौरान, भाजपा के एमएलसी प्रवीन दरेकर ने भी विधान परिषद में एक पेन ड्राइव पेश की, जिसमें कथित स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो होने का दावा किया गया। उन्होंने मांग की कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और इसके पीछे के असली साजिशकर्ताओं का पर्दाफाश किया जाए।
विपक्ष का तंज
वहीं, विपक्ष ने इस कदम पर सवाल उठाते हुए कहा कि महायुति सरकार पिछले तीन वर्षों से सत्ता में है, फिर अब अचानक इस मामले को क्यों उठाया जा रहा है? विपक्ष ने इस जांच को राजनीतिक कदम करार दिया है। SIT को 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई पर निर्णय लिया जाएगा।