हार के बाद MVA में जबरदस्त बेचैनी, 5-6 विधायक महायुति में आ सकते हैं; NCP नेता का बड़ा दावा
- विधानसभा चुनाव में पाटिल ने अपनी अमलनेर विधानसभा सीट बरकरार रखी। कांग्रेस, राकांपा (एसपी) और शिवसेना (उबाठा) के गठबंधन एमवीए को महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में करारा झटका लगा।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायुति गठबंधन की 235 निर्वाचन क्षेत्रों में जीत के बाद, एनसीपी के मुख्य सचेतक (व्हिप) अनिल पाटिल ने दावा किया कि विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) में खलबली मची हुई और इसके पांच से छह विधायक अगले कुछ महीनों में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल हो सकते हैं।
विधानसभा चुनाव में पाटिल ने अपनी अमलनेर विधानसभा सीट बरकरार रखी। कांग्रेस, राकांपा (एसपी) और शिवसेना (उबाठा) के गठबंधन एमवीए को महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में करारा झटका लगा। एमवीए राज्य की 288 सीटों में से केवल 46 सीटें ही जीत पाईं। इसके विपरीत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सत्तारूढ़ गठबंधन ने 230 सीटें हासिल कीं। महायुति में भाजपा के अलावा राकांपा और शिवसेना शामिल हैं।
पाटिल ने मराठी समाचार चैनल ‘एबीपी माझा’ से कहा, ‘‘राकांपा (एसपी), कांग्रेस और शिवसेना (उबाठा) के फिर से निर्वाचित हुए विधायकों में जबरदस्त बेचैनी है। हमारे साथ अच्छे संबंध रखने वालों ने एमवीए की भारी हार पर चिंता व्यक्त की है।’’ अजित पवार की पार्टी के विधायक पाटिल ने कहा कि अगर कोई अपने निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्य चाहता है तो सत्ता में रहना अच्छा है।
उन्होंने कहा, ‘‘एमवीए विधायकों को लगता है कि उनका भविष्य अनिश्चित है। अगर अगले चार महीनों में पांच से छह विधायक महायुति में शामिल हो जाते हैं, तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए।’’ एमवीए खेमे से शिवसेना (उबाठा) को 20 सीटें, कांग्रेस को 16 और राकांपा (एसपी) को 10 सीटें मिलीं।
(इनपुट भाषा)