Hindi Newsमहाराष्ट्र न्यूज़Sharad Pawar honoured Eknath Shinde Uddhav Shiv Sena got angry Sanjay Raut reacts

शरद पवार ने एकनाथ शिंदे को किया सम्मानित, भड़क गई उद्धव की शिवसेना; संजय राउत ने खूब सुनाया

  • अंत में संजय राउत ने शरद पवार के साहित्य सम्मेलन में भूमिका पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हो रहा साहित्य सम्मेलन राजनीति से प्रेरित है, साहित्य से उसका कोई संबंध नहीं है।

Himanshu Jha लाइव हिन्दुस्तानWed, 12 Feb 2025 12:50 PM
share Share
Follow Us on
शरद पवार ने एकनाथ शिंदे को किया सम्मानित, भड़क गई उद्धव की शिवसेना; संजय राउत ने खूब सुनाया

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को महादजी शिंदे राष्ट्र गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार देश के पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार ने दिल्ली में शिंदे को प्रदान किया। इस पुरस्कार समारोह को लेकर महाराष्ट्र में राजनीतिक माहौल गरमा गया है। शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के प्रवक्ता संजय राउत ने शरद पवार के इस निर्णय पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।

संजय राउत ने कहा, "महाराष्ट्र का राजनीतिक परिदृश्य बहुत अजीब दिशा में जा रहा है। कौन किसको धोखा देता है, कौन किसका समर्थन करता है, यह सब देखने वाली बात है। एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र सरकार गिराई, विश्वासघात किया। ऐसे व्यक्ति को शरद पवार पुरस्कार दे रहे हैं, यह महाराष्ट्र के गौरव को ठेस पहुंचाने वाला है।"

उन्होंने आगे कहा, "महाराष्ट्र की जनता के सामने हम अब किस मुंह से जाएंगे? राजनीति में दोस्त और दुश्मन नहीं होते, यह मान्यता सही हो सकती है। लेकिन महाराष्ट्र के खिलाफ काम करने वाले लोगों को इस तरह से सम्मान देना, यह राज्य की पहचान के लिए हानिकारक है। यह हमारी भावना है, शायद पवार साहब की भावना अलग हो सकती हैय़ लेकिन यह महाराष्ट्र के लोगों को स्वीकार्य नहीं है।"

संजय राउत ने शरद पवार के राजनीतिक फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा, "जिन्होंने शिवसेना को तोड़ा, उन्हें सम्मान देना यह हमारे लिए दुखद है। दिल्ली का राजनीतिक माहौल कुछ और हो सकता है, लेकिन इस तरह की बात हम सहन नहीं कर सकते। कुछ चीजें राजनीति में अनावश्यक होती हैं।"

अंत में संजय राउत ने शरद पवार के साहित्य सम्मेलन में भूमिका पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "दिल्ली में हो रहा साहित्य सम्मेलन राजनीति से प्रेरित है, साहित्य से उसका कोई संबंध नहीं है। यह भाजपा का खेल है। क्या आपने मराठी माणुसों की सेवा की है? महाराष्ट्र की पीठ पर पांव रखने वालों का सम्मान करना गलत है।"

अगला लेखऐप पर पढ़ें