हरियाणा जैसा होगा महाराष्ट्र का हाल, कांग्रेस छोड़कर गए मुस्लिम नेता ने खूब सुनाया
- इंटरव्यू के दौरान पूर्व मंत्री अनीस अहमद से सवाल किया गया कि मुसलमान अब किसको वोट देंगे। इसपर उन्होंने कहा कि मुस्लिम और दलित कांग्रेस से दूर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि वे तीसरे मोर्चे के लिए मतदान करेंगे। वीबीए नेता ने कहा कि हमें हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुस्लिम नेता कांग्रेस से नाराज नजर आ रहे हैं। राज्य के पूर्व मंत्री अनीस अहमद ने तो यह तक कह दिया है कि हरियाणा जैसे ही नतीजे महाराष्ट्र में आएंगे। वह कांग्रेस छोड़कर वंचित बहुजन अघाड़ी में शामिल हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मुसलमानों और दलितों को धोखा दिया है। हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी ने 48 सीटों पर पूर्ण बहुमत की जीत हासिल की थी।
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में तीन बार के विधायक अहमद ने कहा कि जिन मुसलमानों और दलितों ने कांग्रेस को लोकसभा में जिताया, अब वे टिकट वितरण के बाद ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मुसलमानों, दलितों, तेलियों, मछुआरों और हिंदी भाषी आबादी के साथ अन्याय किया है। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस पर पक्षपात के आरोप लगाए हैं।
इंटरव्यू के दौरान अहमद से सवाल किया गया कि मुसलमान अब किसको वोट देंगे। इसपर उन्होंने कहा कि मुस्लिम और दलित कांग्रेस से दूर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि वे तीसरे मोर्चे के लिए मतदान करेंगे। वीबीए नेता ने कहा कि हमें हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा का नतीजा महाराष्ट्र में भी दोहराया जाएगा।
इमरान प्रतापगढ़ी की उम्मीदवारी पर सवाल
पिछले चुनावों में भी टिकट कटने को लेकर पूछे सवाल पर अहमद ने कहा कि उन्हें पार्टी नेतृत्व ने राज्यसभा का वादा किया था, लेकिन महाराष्ट्र कोटा से उत्तर प्रदेश से बाहरी इमरान प्रतापगढ़ी को लेकर नॉमिनेट कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं राजनीति का दिग्गज नहीं हूं, लेकिन गुलाम नबी ने पार्टी क्यों छोड़ी? क्यों बड़े नेता पार्टी छोड़ रहे है? मैं बाहर जाने वालों में अकेला नहीं हूं। उन्होंने कांग्रेस में पोस्ट मॉर्टम की जरूरत बताई है।
महाराष्ट्र में कांग्रेस की वहर को लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले वाली लहर खत्म हो चुकी है। उन्होंने कहा, 'मुस्लिम, दलित और तेली समुदायों में महाराष्ट्र में बगावत का असर दिख रहा है। नया फॉर्मूला दलित-मुस्लिम-बहुजन एकता होगा।'
अहमद चार दशक से कांग्रेस के साथ थे और वह नागपुर सेंट्रल से उम्मीदवार नहीं बनाए जाने पर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। महाराष्ट्र में एक चरण में 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को मतगणना होगी।