EC या पुलिस, जिससे मन हो उससे करवा लें जांच, पैसे बांटने के आरोपों पर बोले विनोद तावड़े
- बीवीए ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे होटल में 5 करोड़ रुपये नकद लेकर आए थे, जो भाजपा उम्मीदवार राजन नाईक को वितरित करने के लिए थे।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के बीच नालासोपारा में भाजपा और बहुजन विकास अघाड़ी (बीवीए) के बीच विवाद गरमा गया है। बीवीए ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे होटल में 5 करोड़ रुपये नकद लेकर आए थे, जो भाजपा उम्मीदवार राजन नाईक को वितरित करने के लिए थे। इस मामले ने तूल पकड़ा और बीवीए ने इसे चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन करार दिया। अब इन आरोपों का तावड़े ने खंडन किया है और चुनाव आयोग और पुलिस की जांच पर भरोसा जताया है।
विनोद तावड़े ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए अपना पक्ष स्पष्ट किया है। तावड़े ने कहा, "मैं नालासोपारा के विधायकों की बैठक में शामिल था। वहां मतदान प्रक्रिया, वोटिंग मशीनों की सीलिंग और आपत्ति दर्ज करने की प्रक्रिया पर चर्चा की जा रही थी। बीवीए कार्यकर्ताओं ने गलतफहमी के तहत आरोप लगाए हैं कि हम पैसे बांट रहे थे।" उन्होंने जोर देकर कहा कि चुनाव आयोग और पुलिस को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके।
तावड़े ने आगे कहा, “मेरे पास सीसीटीवी फुटेज है, जो इस बात को साबित करता है कि मैं सिर्फ बैठक के उद्देश्य से वहां मौजूद था। अप्पा ठाकुर और क्षितिज ठाकुर मुझे पिछले 40 सालों से जानते हैं। पूरा बीवीए मुझे जानता है। फिर भी मैं चाहता हूं कि चुनाव आयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच करे।”
बीवीए के नेता हितेंद्र ठाकुर और उनके बेटे क्षितिज ठाकुर ने आरोप लगाया कि तावड़े के पास से एक डायरी बरामद हुई है, जिसमें 15 करोड़ रुपये के लेन-देन का जिक्र है। हालांकि, तावड़े ने इन दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे राजनीतिक साजिश करार दिया। यह विवाद तब और गहराया जब बीवीए ने चुनाव आयोग को लिखित शिकायत दर्ज करवाई। हितेंद्र ठाकुर ने दावा किया कि तावड़े ने उन्हें फोन कर इस घटना के लिए माफी भी मांगी है।