जेपी नड्डा पर नाराज हुए गुरुद्वारे के सेवादार, भीड़ से कीर्तन में खलल का आरोप
- महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रचार में जुटे जेपी नड्डा शुक्रवार को ठाणे स्थित एक गुरुद्वारे में पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ बड़ी संख्या में नेता पहुंचे तो कीर्तन में खलल पड़ गया और इससे वहां मौजूद सेवादार भड़क गए। सेवादारों की नाराजगी के बीच ही जेपी नड्डा वहां से भाजपा नेताओं के साथ निकल गए।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रचार में जुटे जेपी नड्डा शुक्रवार को ठाणे स्थित एक गुरुद्वारे में पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ बड़ी संख्या में नेता पहुंचे तो कीर्तन में खलल पड़ गया और इससे वहां मौजूद सेवादार भड़क गए। सेवादारों की नाराजगी के बीच ही जेपी नड्डा वहां से भाजपा नेताओं के साथ निकल गए। गुरुनानक जयंती पर वह तिनहट नाका इलाके में स्थित गुरुद्वारे में पहुंचे थे। नानक जयंती के चलते यहां बड़े पैमाने पर भीड़ थी और सेवादारों का कहना है कि जेपी नड्डा के साथ तमाम नेता पहुंचे थे। इसके चलते कीर्तन में खलल पहुंचा।
जेपी नड्डा के साथ ठाणे शह के विधायक और भाजपा कैंडिडेट संजय केलकर, ठाणे शहर के भाजपा अध्य़क्ष संजय वाघुले, विधान परिषद के मेंबर निरंजन डावखरे समेत कई नेता मौजूद थे। महाराष्ट्र टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार गुरुद्वारे में दर्शन करने और मत्था टेकने के बाद वह भाजपा नेताओं के साथ तस्वीर के लिए खड़े हो गए थे। इस दौरान वहां बड़ी संख्या में लोग जुटे थे और कहा जा रहा है कि सेवादार इससे नाराज हो गए। उनका कहना था कि इसके चलते कीर्तन में बाधा पहुंची थी। कहा यह भी जा रहा है कि जेपी नड्डा के चलते कुछ श्रद्धालुओं को रोका गया था, इससे भी वहां मौजूद सेवादारों को आपत्ति हुई।
इस पर उन्होंने जेपी नड्डा समेत भाजपा नेताओं और पदाधिकारियों को बाहर जाने को कहा। सेवादारों के नाराज होते ही नड्डा और उनके साथ मौजूद सभी नेता, विधायक, पदाधिकारी गुरुद्वारा छोड़कर चले गए। भीड़ से निकलते हुए नड्डा का एक वीडियो सामने आया है। गुरुद्वारा से निकलने के बाद अब नड्डा दूसरे कार्यक्रम पहुंचे हैं और वहां लोगों को संबोधित कर रहे हैं। हालांकि ठाणे में सेवादारों की नाराजगी की चर्चा भी राजनीतिक हलकों में हो रही है। इस मामले में अब तक जेपी नड्डा या उनके ऑफिस से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।