भुजबल का फडणवीस से मिलना अजित पवार को नहीं आया रास? क्या बोले डिप्टी सीएम
- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और छगन भुजबल के बीच मीटिंग पर अजित पवार का रुख सामने आया है। अजित पवार ने छगन भुजबल की नाराजगी को पार्टी का अंदरूनी मामला बताया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और छगन भुजबल के बीच मीटिंग पर अजित पवार का रुख सामने आया है। अजित पवार ने छगन भुजबल की नाराजगी को पार्टी का अंदरूनी मामला बताया है। साथ ही उन्होंने संकेत दिया है कि इस मामले में भाजपा की दखलअंदाजी उन्हें पसंद नहीं आई है। महाराष्ट्र सरकार में डिप्टी सीएम अजित पवार ने छगन भुजबल की शिकायत को लेकर भी बात की। उन्होंने कहाकि यह एनसीपी का अंदरूनी मामला है और हम इससे अपने तरीके से निपटेंगे। गौरतलब है कि छगन भुजबल ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी, जिन्होंने उनके लिए राष्ट्रीय मंच की बात कही थी। वहीं, कुछ लोगों ने यह भी कहा था कि नाराज छगन भुजबल, भाजपा का रुख कर सकते हैं।
बता दें कि छगन भुजबल महाराष्ट्र में नई महायुति सरकार में शामिल नहीं किए जाने से नाराज बताए जा रहे हैं। इसके बाद उन्होंने सोमवार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद भुजबल ने कहाकि उन्होंने राज्य के राजनीतिक तथा सामाजिक माहौल पर मुख्यमंत्री के साथ विस्तार से चर्चा की। छगन भुजबल ने कहाकि फडणवीस ने मुझे बताया कि अन्य पिछड़ा वर्गों ने विधानसभा चुनाव में महायुति की शानदार जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और वह इस बात का ख्याल रखेंगे कि ओबीसी समुदाय के हित प्रभावित नहीं हों। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री ने ओबीसी से जुड़े मुद्दों पर विचार के लिए कुछ समय मांगा है। राकांपा नेता ने कहाकि फडणवीस ने कहा कि वह 10-12 दिन में कोई फैसला लेंगे।
ओबीसी के नेता मराठा समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (कुनबी) श्रेणी में आरक्षण देने की कार्यकर्ता मनोज जरांगे की मांग के खिलाफ हैं। भुजबल भी इस मांग के मुखर विरोधी हैं। जब भुजबल से पूछा गया कि क्या वह भाजपा में शामिल होने की योजना बना रहे हैं तो उन्होंने विस्तार से कुछ नहीं बताया। लेकिन इतना जरूर कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार में उनकी अनदेखी किए जाने के मुद्दे पर वह अपनी राय पहले ही जता चुके हैं।
क्या बोले थे सीएम
मुख्यमंत्री ने पुणे में कहाकि भुजबल को राष्ट्रीय स्तर पर भेजने की चर्चा जारी है। उन्होंने कहाकि भुजबल ने मुंबई में मुझसे मुलाकात की। वह पहले ही आपको कारण बता चुके हैं कि यह यात्रा क्यों हुई। वह हमारे नेता हैं। अजित पवार, भुजबल साहेब का ध्यान रखते हैं। अजित दादा अपनी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनाना चाहते हैं। इसलिए भुजबल साहेब को राष्ट्रीय मंच पर भेजने पर बातचीत हुई। महाराष्ट्र के कई हिस्सों से आए ओबीसी संगठनों के कुछ प्रतिनिधियों ने रविवार को यहां भुजबल से मुलाकात की थी।
नासिक जिले की येवला विधानसभा सीट से निर्वाचित हुए राकांपा नेता ने शनिवार को नागपुर में संपन्न राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भाग नहीं लिया था। वह सत्र के पहले दिन नासिक चले गए थे। इससे एक दिन पहले ही महायुति के 39 विधायकों ने नई सरकार में मंत्री पद की शपथ ली थी।