हमारे पास 137 विधायक; फडणवीस के नाम पर मुहर लगाते हुए भाजपा का एकनाथ शिंदे को संदेश?
- भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल ने मंच से कहा कि हमारे पास 137 विधायकों का समर्थन है। हम उन सभी की तरफ से नेता चुनने के लिए देवेंद्र फडणवीस के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। भाजपा को विधानसभा चुनाव में 132 सीटों पर जीत मिली थी, लेकिन मीटिंग में 137 विधायकों के समर्थन की बात कही गई।
महाराष्ट्र में भाजपा विधायक दल की मीटिंग में देवेंद्र फडणवीस को नेता चुन लिया गया है। वह गुरुवार को राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके नाम का प्रस्ताव सुधीर मुनगंटीवार और चंद्रकांत पाटिल ने रखा। इसके बाद कई वरिष्ठ नेताओं ने मंच पर आकर प्रस्ताव का अनुमोदन किया। सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से फडणवीस के नाम पर मुहर लगा दी। इस दौरान भाजपा ने एकमत से फडणवीस का नाम तय कर लिया तो वहीं ताकत भी दिखाई। भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल ने मंच से कहा कि हमारे पास 137 विधायकों का समर्थन है। हम उन सभी की तरफ से नेता चुनने के लिए देवेंद्र फडणवीस के नाम का प्रस्ताव रखते हैं।
भाजपा को विधानसभा चुनाव में 132 सीटों पर जीत मिली थी, लेकिन मीटिंग में 137 विधायकों के समर्थन की बात कही गई। इस तरह पार्टी ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि हम अकेले दम पर भी बहुमत से बहुत ज्यादा दूर नहीं है। राज्य में बहुमत का आंकड़ा 145 है और 137 का दावा पेश कर भाजपा ने यह संदेश दिया है कि हम 8 सीट ही दूर हैं। कहा जा रहा है कि भाजपा ने इस बात का खासतौर पर इसलिए भी जिक्र किया ताकि मंत्रालयों के बंटवारे के लिए बारगेनिंग में जुटीं शिवसेना और एनसीपी को संदेश दिया जा सके कि हमारे पास अपने दम पर भी बहुत कुछ है।
जन सुराज्य शक्ति पार्टी नने भाजपा को समर्थन दिया है, जिसके दो विधायक हैं। शाहूवाड़ी और हाटकणंगले सीटों पर पार्टी ने चुनाव जीता था और अब उसने भाजपा को बिना किसी शर्त के समर्थन दिया है। इसके अलावा अमरावती की बाडनेरा सीट से चौथी बार जीते रवि राणा ने भी सपोर्ट किया है। वह देवेंद्र फडणवीस के करीबी माने जाते हैं। उनकी पत्नी नवनीत रवि राण खुद भाजपा में हैं और अमरावती से चुनाव में उतरी थीं। हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। रवि राणा का राष्ट्रीय युवा स्वाभिमान पार्टी के नाम से अपना दल है।
अमरावती जिले में उनका खासा प्रभाव माना जाता है। यहां तक कि उनकी पत्नी नवनीत रवि राणा को 2019 के आम चुनाव में निर्दलीय ही जीत मिल गई थी। वह तब ज्यादा चर्चा में आई थीं, जब उन्होंने उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था। बता दें कि 5 दिसंबर को देवेंद्र फडणवीस सीएम पद की शपथ लेंगे। उनके साथ एकनाथ शिंदे और अजित पवार भी शपथ लेने वाले हैं। लेकिन अब तक मंत्रियों की शपथ को लेकर कुछ तय नहीं है। माना जा रहा है कि अभी रस्साकशी चल रही है। बुधवार को एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस की एक और मीटिंग इस संदर्भ में हो सकती है।