बाल ठाकरे के बारे में दो अच्छे शब्द बोलें, राहुल गांधी से ऐसी मांग करके दिखाएं उद्धव ठाकरे: अमित शाह
- होम मिनिस्टर अमित शाह ने प्रचार के दौरान कहा कि उद्धव ठाकरे को राहुल गांधी से कहना चाहिए कि वह वीर सावरकर और बाल ठाकरे के बारे में ‘दो अच्छे शब्द’ बोलकर दिखाएं। अमित शाह ने कहा कि उद्धव ठाकरे उन लोगों के साथ हैं, जो औरंगजेब की विचारधारा रखते हैं।
होम मिनिस्टर अमित शाह ने उद्धव ठाकरे के महाविकास अघाड़ी में रहने पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे को राहुल गांधी से कहना चाहिए कि वह वीर सावरकर और बाल ठाकरे के बारे में ‘दो अच्छे शब्द’ बोलकर दिखाएं। अमित शाह ने कहा कि उद्धव ठाकरे उन लोगों के साथ हैं, जो औरंगजेब की विचारधारा रखते हैं। शाह ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने शिवाजी महाराज और वीर सावरकर का मार्ग चुना, लेकिन महा विकास आघाडी औरंगजेब का फैन क्लब है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 70 साल तक अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में रोड़े अटकाए, मोदी जी ने उसे बनवाया। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव तय करेगा कि राज्य शिवाजी महाराज और वीर सावरकर के मार्ग पर चलेगा या औरंगजेब के। राहुल गांधी को याद रखना चाहिए कि उनकी चौथी पीढ़ी भी आ जाए, तब भी अनुच्छेद- 370 बहाल नहीं हो पाएगा। यही नहीं एक और तंज राहुल गांधी पर कसते हुए अमित शाह ने कहा कि उन्हें तो बार-बार लॉन्च किया जाता है और वह फेल हो जाते हैं। अमित शाह ने कहा कि सोनिया गांधी ने अपने बेटे को 20 बार लांच करने का प्रयास किया। महाराष्ट्र चुनाव में उनका ‘‘राहुल प्लेन’’ 21वीं बार दुर्घटनाग्रस्त होगा।
महाराष्ट्र शिवाजी का है या फिर औरंगजेब की विचारधारा का है, अमित शाह की इस टिप्पणी को उद्धव ठाकरे के बयान का जवाब माना जा रहा है। उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को कहा था कि विधानसभा चुनाव से तय होगा कि यह राज्य महात्मा फुले, बाबासाहेब आंबेडकर और छत्रपति शाहू जैसे पूजनीय लोगों का है या मोदी-शाह-अदाणी की तिकड़ी का है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री अमित शाह की भी आलोचना की थी। शाह ने हाल ही में एक रैली में दावा किया था कि उद्धव सेना उन लोगों के साथ मिली हुई है जो अनुच्छेद 370 को खत्म करने का विरोध कर रहे थे। संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को विशेष प्राप्त था।
ठाकरे ने शाह पर निशाना साधते हुए कहा, 'केंद्रीय गृह मंत्री कहते हैं कि हम उन लोगों के साथ खड़े हैं जिन्होंने अनुच्छेद 370 को खत्म करने का विरोध किया था। हमने इस कदम के लिए आपकी सराहना की। लेकिन मुझे बताएं कि क्या कोई कश्मीरी पंडित इस प्रावधान के खत्म होने के बाद घाटी में वापस जाने में सक्षम हुआ?' ठाकरे ने कहा, 'यह चुनाव तय करेगा कि राज्य फुले, आंबेडकर और शाहू का है या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, शाह और (उद्योगपति गौतम) अदाणी जैसे लोगों का है। यह चुनाव महाराष्ट्र प्रेमियों और महाराष्ट्र के लुटेरों के बीच है।'