Heart Attack: क्या होता है साइलेंट हार्ट अटैक का कारण, दिल का दौरा पड़ने से एक महीने पहले महसूस हो सकते हैं ये लक्षण
- Silent Heart Attack Symptoms: मौसम चाहें कोई भी हो सेहत का ध्यान रखना और अपने शरीर को सुनना बहुत जरूरी है। इन दिनों दिल संबंधी बीमारियों का खतरा काफी ज्यादा बढ़ गया है। ऐसे में यहां हम बता रहे हैं साइलेंट हार्ट अटैक का कारण और दिल का दौरा पड़ने से एक महीने पहले किन लक्षणों का अनुभव हो सकता है।
हार्ट अटैक से मौत के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। लगातार खबरों में कम उम्र में हार्ट अटैक से मौत की खबर सामने आती हैं। कई सेलेब्स भी इसके चलते अपनी जान गवां चुके हैं। खानपान की गलत आदतों की वजह से आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है, जो हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। साइलेंट हार्ट अटैक से भी इन दिनों लोग जान गवां रहे हैं। ऐसे में यहां जानिए साइलेंट हार्ट अटैक का क्या कारण है और हार्ट अटैक से पहले क्या लक्षण दिखते हैं।
साइलेंट हार्ट अटैक का क्या कारण है?
कोरोनरी धमनी से जुड़ी समस्या आमतौर पर साइलेंट हार्ट अटैक का कारण बनती है। दरअसल, कोलेस्ट्रॉल वाला प्लाक आपकी कोरोनरी धमनियों में जमा हो जाता है, जिससे आपके दिल की मांसपेशियों तक कितना ब्लड पहुंच सकता है, यह सीमित हो जाता है। जब प्लाक पर खून का थक्का बन जाता है, तो यह ऑक्सीजन युक्त ब्लड को अंदर जाने से रोक सकता है। ब्लड फ्लो को ठीक करने के लिए तुरंत ट्रीटमेंट होना चाहिए, अगर ऐसा नहीं होता तो दिल हृदय की मांसपेशियां मर सकती हैं।
हार्ट अटैक से एक महीने पहले महसूस हो सकते हैं ये लक्षण
1) छाती में दर्द- एक अध्ययन में 242 लोगों को शामिल किया गया, जिन्हें दिल का दौरा पड़ा था। उन 242 लोगों में से 100 ने इन चेतावनी के संकेत पूरी तरह का अनुभव किया। इस अध्ययन में सीने में दर्द सबसे आम लक्षण था, 68% लोगों को दिल का दौरा पड़ने से पहले इसका अनुभव हुआ।
2) छाती में भारीपन- इसी अध्ययन में पाया गया कि जिन 44% लोगों ने पहले से हार्ट अटैत के लक्षणों को महसूस किया था, उनमें सीने में भारीपन, जकड़न या दबाव के लक्षण भी थे। रिपोर्ट्स कहती हैं ये लक्षण उन लोगों में कॉमन हैं जिन्हें दिल का दौरा पड़ने वाला है।
3) दिल की घबराहट- रिपोर्ट्स की मानें तो शुरुआती दिल के दौरे के लक्षणों वाले 42% लोगों में दिल की धड़कन बढ़ गई थी। ऐसा तब होती है जब आपका दिल बहुत तेज या बहुत जोर से पंप कर रहा होता है।
4) सांस लेने में कठिनाई- सांस की तकलीफ अक्सर कार्डियोवैस्कुलर यानी दिल की बीमारी का संकेत है। ऐसा चलने-फिरने या कोई शारीरिक काम करने के दौरान हो सकता है। कभी-कभी आराम करते समय भी आपको ऐसा महसूस हो सकता है जैसे कि आपके फेफड़ों को पर्याप्त हवा नहीं मिल रही है।
5) थकान- आप समय-समय पर बहुत ज्यादा थकान महसूस कर सकते हैं, लेकिन ज्याद थकान महसूस करना गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। अगर आप लगातार थकान का अनुभव करते हैं तो एक्सपर्ट की सलाह लें।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीकों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट से सलाह लें।
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