वेस्टर्न टॉयलेट इस्तेमाल कर रहे तो जान लें होने वाले नुकसान
Western Toilet Side Effects: वेस्टर्न टॉयलेट का इस्तेमाल करते आ रहे तो जान लें लांग टाइम में हो सकती हैं ये समस्याएं।
वेस्टर्न टॉयलेट का इस्तेमाल काफी ज्यादा कॉमन हो चुका है। पब्लिक प्लेस से लेकर घर में वेस्टर्न टॉयलेट ही इस्तेमाल होती है। लेकिन लंबे समय तक अगर इस टॉयलेट को यूज किया जाए तो ये कई सारी बीमारियों का कारण बन सकता है। आइए जानें लंबे समय तक वेस्टर्न टॉयलेट इस्तेमाल करने से होने वाले नुकसान।
कब्ज के लिए जिम्मेदार हो सकती है वेस्टर्न टॉयलेट
योग में मलासन की पोजीशन में बैठने से आंतों को साफ करना आसान होता है। इंडियन टॉयलेट में बैठने की पोजीशन स्क्वाट या मलासन में होती है। लेकिन जब वेस्टर्न टॉयलेट का इस्तेमला किया जाता है तो बॉडी को आंत साफ करने के लिए सही पोजीशन नहीं मिलती। जिससे कब्ज की समस्या धीरे-धीरे बनने लगती है।
यूरिन इंफेक्शन का खतरा
वेस्टर्न टॉयलेट को पब्लिक में यूज करना कई बार इंफेक्शन के लिए जिम्मेदार हो सकती है। क्योंकि स्किन सीधे टॉयलेट सीट के संपंर्क में आती है और कई सारे जर्म्स सीट पर मौजूद होते हैं। वहीं टिशू पेपर का इस्तेमाल के वक्त जरा सी असावधानी से पेपर के वजाइना में चिपकने से भी इंफेक्शन का खतरा रहता है।
बवासीर की समस्या
लांग टर्म में वेस्टर्न टॉयलेट का इस्तेमाल कब्ज बनाता है। जिससे बवासीर का खतरा रहता है। पेट साफ करने के लिए रेक्टम पर प्रेशर पड़ता है और सूजन आ जाती है। जिससे बवासीर होने का डर रहता है।
फिशर की प्रॉब्लम
सूजे हुए रेक्टम में जब जेट से पानी का दबाव पड़ता है तो इन रेक्टम के टिश्यूज फट जाते हैं। जिससे बवासीर के अलावा फिशर की प्रॉब्लम भी हो जाती है।
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