सही डायट लेने से एसिडिटी होगी छूमंतर, जानिए ठंड में कैसे पिएं ज्यादा पानी
हम सबकेपास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों केजवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार आपके सवालों के जवाब दे रही है
एसिडिटी एक ऐसी समस्या है, जिससे अधिकतर लोग परेशान रहते हैं। ये तब होती है जब व्यक्ति खानपान का ख्याल नहीं रखता है। ये तब ट्रिगर होती है जब व्यक्ति गलत समय पर गलत चीजों को खाता है। इसके अलाव अक्सर लोग इस बात को लेकर भी चिंतित रहते हैं कि सर्दियों के मौसम में वह गर्मी के मुताबिक बहुत कम पानी पीते हैं। ऐसे में वह जानना चाहते हैं कि ठंड में लिक्विड इनटेक कैसे बढ़ाएं। यहां एक्सपर्ट से कुछ ऐसे ही सवालों के जवाब जानें।
सवाल- मेरी उम्र 32 साल है और पिछले कुछ समय से मुझे एसिडिटी की समस्या रहने लगी है। लगातार होती डकार और पेट के भारीपन से मैं अकसर परेशान हो जाती हूं। इस परेशानी पर नियंत्रण पाने के लिए मुझे अपने खानपान और जीवनशैली में किस तरह का बदलाव लाना चाहिए?
-आकांक्षा नारायण, मेरठ
जवाब- एसिडिटी से छुटकारा पाने के लिए आपको अपनी डाइट और जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव लाने होंगे। सबसे पहले डिब्बाबंद और जंक फूड के सेवन पर लगाम लगाएं। कृत्रिम रूप से पकाए गए फल और सब्जियों के सेवन से बचें। उदाहरण के लिए कोल्ड स्टोरेज में रखा गया आलू स्वाद में मीठा और ज्यादा एसिडिक बन जाता है। उसकी जगह मौसमी फल और सब्जियों का सेवन करें। बहुत ज्यादा मसालों का सेवन भी पेट की सेहत के लिए ठीक नहीं। कोल्ड ड्रिंक आदि का सेवन कम से कम करें। खासतौर से खाने के साथ और खाने के बाद कोल्ड ड्रिंक बिल्कुल ना पिएं। बहुत ज्यादा चाय-कॉफी और स्मोकिंग से भी एसिडिटी बढ़ती है। एसिडिटी को कम करने के लिए नारियल पानी और खीरे का जूस पिएं। करेला भी एसिडिटी के खिलाफ कारगर साबित होगा। हर दिन एक गिलास पानी में एक चम्मच आंवला पाउडर मिलाकर पिएं। अपनी डाइट में नियमित रूप से छाछ और दही आदि को शामिल करें। इनमें पाया जाने वाला लैक्टिक एसिड पाचन तंत्र में बनने वाले टॉक्सिन से लड़ने में मदद करता है। केला भी एसिडिटी की समस्या से छुटकारा दिलवाने में उपयोगी साबित होता है। कम-कम मात्रा में खाना खाएं और पानी खूब पिएं। साथ ही एसिडिटी होने पर लौंग, गुड़ या तुलसी पत्ता को मुंह में रखकर चबाएं। वेनीला आईसक्रीम या ठंडा दूध पीने से भी एसिडिटी से राहत मिलती है। नींबू को पतले-पतले टुकड़े में काटकर उस पर नमक छिड़कें। खाना खाने से पहले इस नीबू का रस पिएं। बादाम से भी इस मामले में मदद मिलती है। एसिडिटी के कारण सीने में जलन होने पर सात-आठ बादाम खाएं। राहत मिलेगी।
सवाल-पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है। यह मैं जानती हूं। बावजूद इसके ठंड के मौसम पानी का सेवन गर्मी के मुकाबले आधा हो जाता है। क्या करूं कि ठंड में भी शरीर को पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ मिल सके?
-प्रिया वर्मा, नई दिल्ली
जवाब- इस बात में कोई दोराय नहीं है कि सही तरीके से काम करने के लिए हमारे शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी की जरूरत होती है। इसके लिए आठ गिलास पानी का प्रतिदिन सेवन पर्याप्त होता है। गर्मी में तो इतनी मात्रा में हम पानी पी लेते हैं, पर ठंड में ऐसा कर पाना बहुत मुश्किल हो जाता है। प्यास कम लगती है, तो हम पानी भी कम पीते हैं। पर, यह गलती भारी पड़ सकती है क्योंकि ठंड में भी शरीर में पानी की कमी हो सकती है। इस गलती से बचें और पानी से समझौता ना करें। ठंडा पानी नहीं पिया जाता तो उसे हल्का गर्म करके पिएं। ठंड के मौसम में अपनी डाइट में हर दिन तीन से चार कप हर्बल टी शामिल करें। सूप और रसम आदि भी मुफीद रहेंगे। इसके साथ कार्बोनेटेड ड्रिंक्स जैसे कोल्ड ड्रिंक, कैफीन आदि से दूर रहें। इनके सेवन से शरीर से पेशाब के मात्रा से तरल पदार्थ ज्यादा निकल जाते हैं, जिससे डीहाइड्रेशन का खतरा बढ़ता है। पानी में कुछ स्वाद डालकर भी आप उसका सेवन बढ़ा सकती है। पानी में नीबू का एक टुकड़ा या संतरे का छिलका थोड़ी देर रखने के बाद उस पानी को छानकर पिएं। आप पानी में पुदीना की कुछ पत्तियां, धनिया पत्ती, सौंफ या फिर इलायची डालकर भी उसके स्वाद में इजाफा कर सकती हैं।
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