हेमंत सोरेन की जीत का सबसे बड़ा कारण क्या, एक योजना ने कैसे पलटी झारखंड की बाजी; 2 और बड़ी वजहें
- Jharkhand Election Result 2024: झारखंड में हेमंत सोरेन की पार्टी ने बड़ी जीत हासिल की है। प्रदेश में झामुमो के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन ने कुल 56 सीटों पर जीत दर्ज की। इसमें सबसे बड़ा योगदान मंईयां सम्मान योजना का माना जा रहा है।
Jharkahnd Election Result: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 का स्पष्ट जनादेश आ गया है। जनता ने इंडिया गठबंधन को दो तिहाई बहुमत से सत्ता की चाबी सौंपी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन के सिर पर जीत का सेहरा सजा है। इस प्रचंड जीत में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को गेम चेंजर के रूप में माना जा रहा है। इसके अलावा भी दो फैक्टर हैं जिन्होंने झारखंड की बाजी पलटकर रख दी।
मंईयां सम्मान योजना का अहम योगदान
एसटी सीटों पर मजबूत पकड़ रखने वाले झामुमो ने महिला सशक्तीकरण पर खासा जोर दिया। महिलाओं को अपने पक्ष में करने का प्रयास किया। चुनावी नतीजे बता रहे हैं कि बड़ी संख्या में राज्य की महिलाओं ने इंडिया गठबंधन को आशीर्वाद दिया है। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि इंडिया गठबंधन को मिली इस दमदार जीत में मंईयां सम्मान योजना की भूमिका अहम है। मंईयां के मान ने हेमंत को फिर झारखंड की कमान सौंप दी है।
महिलाओं के लिए एक योजना ने कैसे पलटी बाजी
बता दें कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ने मंईयां सम्मान राशि एक हजार से बढ़ाकर दिसंबर से ढाई हजार रुपये करने की घोषणा की थी। इस योजना के तहत राज्य की 18 से 50 वर्ष की 57 लाख महिलाओं को चौथी किस्त दी जा चुकी है। पुरुषों की तुलना में राज्य की 81 में से 68 सीटों पर पुरुषों के मुकाबले 5.51 लाख से अधिक महिलाओं ने मतदान किया, जो हेमंत सोरेन के पक्ष में रहा। ऐसे में माना जा रहा है कि झारखंड में हेमंत सोरेन की जीत में सबसे बड़े कारणों में से मंईयां सम्मान योजना का स्थान सबसे ऊपर रहेगा।
2 और बड़ी वजहें
झारखंड चुनावों के ऐलान से पहले की बात है। कथित जमीन घोटाला मामले में प्रदेश के आदिवासी मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाता है। हेमंत सोरेन को जेल भेजने वाली घटना को प्रदेश के आदिवासियों ने अपनी अस्मिता के साथ जोड़ा और विधानसभा चुनाव में जेएमएम के लिए जमकर वोट किया। यही कारण रहा कि आदिवासी सीटों पर जेएमएम ने ज्यादातर सीटें अपने नाम कर लीं।
इन योजनाओं ने भी निभाई जीत में भूमिका
इनमें सबसे प्रमुख झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना है, जो गेम चेंजर साबित हुई है। इसी प्रकार सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, पलाश ब्रांड, फूलो झानो आशीर्वाद अभियान, बैंक क्रेडिट लिंकेज, हरा राशन कार्ड, सोना सोबरन धोती-साड़ी योजना महिलाओं के काम आ रही है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का मानना है कि महिलाएं अगर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हों, तो वह अपने परिवार, समाज, प्रदेश को उन्नति के रास्ते पर ले जा सकती हैं। हेमंत सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई योजनाओं को धरातल पर उतारा। इन योजनाओं में महिलाएं केंद्र बिंदु रहीं हैं और उनको आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का विशेष ध्यान रखा गया। स्कूल जाने वाली बच्चियों के लिए योजनाएं, घरेलू महिलाएं जो छोटे-मोटे कामकाज करना चाहती हैं उन्हें भी कैसे सहायता मिले इसका विशेष ध्यान रखते हुए योजनाओं को आकार दिया गया है। मुख्यमंत्री ने बहन, बेटियों, महिलाओं, माताओं के लिए कई योजनाएं शुरू कराई है, लेकिन सात योजनाएं खास हैं।