किराए के कमरों में बन जाता है MMS, हमें हॉस्टल चाहिए; यह कहकर हड़ताल पर गई छात्राएं
राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) के पारा मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थी शुक्रवार को हॉस्टल और सुरक्षा की मांग को लेकर उग्र हो गए। पहले उन्होंने रिम्स निदेशक का घेराव किया, इसके बाद धरने पर बैठ गए।
राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) के पारा मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थी शुक्रवार को हॉस्टल और सुरक्षा की मांग को लेकर उग्र हो गए। पहले उन्होंने रिम्स निदेशक का घेराव किया, इसके बाद धरने पर बैठ गए। शाम 4 बजे के बाद अधीक्षक कार्यालय के बंद होने तक नारेबाजी करते रहे।
हॉस्टल की व्यवस्था नहीं होने से होती है परेशानी
इस बीच पारा मेडिकल की छात्राओं ने कैंपस में हॉस्टल की व्यवस्था नहीं होने से किराए के मकान में रहने की विवशता बताई। आरोप लगाया कि बाहर रहने के दौरान कुछ लड़कों ने एक छात्रा का एमएमएस बनाकर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था। इधर, प्रदर्शन को देखते हुए निदेशक ने अगले आदेश तक पहले व दूसरे वर्ष की कक्षाएं और प्रशिक्षण को स्थगित करने का पत्र जारी कर दिया।
विद्यार्थियों ने किया धरना जारी रखने का ऐलान
विद्यार्थियों ने कहा कि मांगें पूरी होने तक उनका धरना जारी रहेगा। विद्यार्थी बोले, वे ड्यूटी में भी रहते हैं। नाइट शिफ्ट भी कराया जाता है। रात को आने-जाने में परेशानी होती है और लूटपाट का भी भय रहता है। ऐसे में कैंपस में हॉस्टल जरूरी है। बताया कि इस मामले में रिम्स प्रबंधन की ओर से कई बार आश्वासन भी दिया गया, लेकिन लाभ अबतक नहीं मिला।
किराए के कमरों में असुरक्षा महसूस होती है
पारा मेडिकल की छात्राओं ने बताया कि कैंपस में उनके लिए हॉस्टल की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में वे किराये का कमरा लेकर बाहर रहती हैं। उन्होंने एक घटना का उल्लेख किया। बताया कि बाहर रहने के दौरान एक छात्रा का बाहरी लड़कों ने एमएमएस बना लिया। इसके बाद से उसे लगातार ब्लैकमेल किया जाता रहा। वह काफी प्रताड़ित व परेशान रहती थी, बड़ी मुश्किल से उसे बचाया गया। परिसर में हॉस्टल की व्यवस्था न रहने से ऐसी कई समस्याएं उनके सामने आती रहती हैं।
प्रदर्शन में शामिल एक छात्र ने कहा कि रिम्स में ड्यूटी आते समय रात में अपराधियों ने हथियार के बल पर लूटने की कोशिश की। हालांकि पीसीआर की आवाज सुन अपराधी भाग गए। 2016 से हॉस्टल की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक प्रबंधन के द्वारा कोई कारगर निर्णय नहीं लिया गया है। ऐसे में वे प्रदर्शन करने को मजबूर हैं।
पारा मेडिकल छात्राओं को ही नहीं मिला हॉस्टल
प्रदर्शन में शामिल पारा मेडिकल के छात्रों ने बताया कि नर्सिंग के स्टूडेंट्स के लिए कैंपस में हॉस्टल की व्यवस्था है। हाल ही में आए होम गार्ड के जवानों के लिए भी मल्टी स्टोर पार्किंग में रहने की व्यवस्था की गई है। लेकिन पारा मेडिकल के छात्रों के लिए रहने की व्यवस्था नहीं है। छात्रों ने कहा कि वे पिछले कई सालों से मल्टीस्टोर पार्किंग को हॉस्टल बनाने की मांग कर रहे हैं और लगातार पत्राचार कर रहे है। इसके बाद भी पहल नहीं हो रही हैउन्होंने कहा कि एक अस्पताल में सेवा देने वाले लोगों के साथ ऐसा भेदभाव क्यों किया जा रहा है, यह समझ से परे है।