मेडिकल जांच के बाद उत्तराखंड से झारखंड एयरलिफ्ट होंगे सुरंग में फंसे 15 मजदूर, सीएम हेमंत सोरेन सरकार की तैयारी
झारखंड सरकार ने मजदूरों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। टनल से सकुशल बाहर निकलने के बाद सभी मजूदरों को एयरलिफ्ट कर झारखंड लाया जाएगा। टनल के अंदर फंसे मजदूरों में से सबसे ज्यादा झारखंड के लोग हैं।
उत्तरकाशी टनल हादसे में झारखंड, यूपी, बिहार सहित के कई राज्यों के मजदूर जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के सिलक्यारा में टनल के अंदर फंसे 41 मजदूरों की जान बचाने को रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है।
इसी के बीच झारखंड सरकार ने मजदूरों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। टनल से सकुशल बाहर निकलने के बाद सभी मजूदरों को एयरलिफ्ट कर झारखंड लाया जाएगा। आपको बता दें कि टनल के अंदर फंसे मजदूरों में से सबसे ज्यादा मजदूर झारखंड राज्य के हैं।
टनल में फंसे मजदूरों पर झारखंड सीएम हेमंत सोरेन का कहना है कि सुरंग में खुदाई के काम के दौरान सुरक्षा के उपायों पर विशेषतौर से ध्यान देने की जरूरत होती है। चिंता जताई कि उत्तराखंड में पिछले कई सालें में ऐसी कई घटाएं हुईं हैं।
‘जीवनव्यापन के लिए सिर्फ खाना ही जरूरी नहीं, इस तरह के भयावाह हादसे में फंसने की वजह से मानसिकतौर से पीड़ित और उनके परिजनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है’, सोरेन।
कहना था कि टनल में पिछले 11 दिनों से फंसे लोगों की मानसिक तनाव का अंदाजा लगाना आसान नहीं है। टलन में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान झारखंड सरकार के प्रतिनिधि भी उत्तरकाशी के सिलक्यारा में मौजूद हैं।
उत्तराखंड से एयरलिफ्ट होंगे मजदूर
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में फंस मजदूरों के टनल से बाहर आने पर सीएम हेमंत सोरेन सरकार ने भी तैयारी कर ली है। सभी मजदूरों को एयरलिफ्ट कर झारखंड लाया जाएगा। आपको बता दें कि टनल के अंदर 41 लोगों में से सबसे ज्यादा 15 लोग झारखंड के रहने वाले हैं। इनमें गिरिध, रांची, पूर्वी सिंघभूमि और खूंटी के रहने वाले हैं।
झारखंड सरकार में ज्वाइंट श्रम आयुक्त, राजेश प्रसाद ने बताया कि सभी मजदूरों के सकुशल बाहर निकलने के बाद देहरादून से एयरलिफ्ट कर उन्हें रांची लाया जाएगा। लेकिन, मजदूरों को एयरलिफ्ट करने से पहले सभी की जरूरी मेडिकल जांच की जाएगी। मेडिकल जांच पूरी तरह से स्वस्थ मिलने के बाद ही मजूदरों को देहरादून से एयरलिफ्ट किया जाएगा।