टेस्टिंग के लिए किट ही नहीं है, हांगकांग फ्लू से कैसे निपटेगा झारखंड
रिम्स में जांच के लिए किट नहीं है। जांच के लिए जरूरी कंज्यूमेबल (प्राइमर) की खरीदारी के लिए टेंडर निकाला गया है। मतलब जब तक इसकी खरीदारी नहीं होगी तब तक जांच नहीं हो सकेगी फ्लू से कैसे बचाव होगा।
देश में पिछले कुछ दिनों से हांगकांग फ्लू या एच3एन2 के मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस की तरह हांगकांग फ्लू भी लोगों को संक्रमित कर रहा है। ऐसे में जिले के सदर और निजी अस्पतालों में संक्रमित मरीजों के लिए व्यवस्था कैसी है, इसका हिन्दुस्तान ने सोमवार को सदर अस्पताल समेत एमसीएच व निजी अस्पतालों की पड़ताल की।
किसी भी अस्पताल में नहीं हो रही मॉक ड्रिल
सभी अस्पतालों में लगभग ऑक्सीजन प्लांट, दवाइयां और वेंटिलेटर बेड मौजूद हैं। स्वास्थ्य विभाग भले ही हांगकांग फ्लू के संबंध में अलर्ट है। लेकिन, जिले के अस्पतालों में मरीजों का सैंपल लेने के लिए किट की व्यवस्था है, इसकी जानकारी सदर अस्पताल समेत किसी को पता नहीं है। जबकि, जिले में कई महीनों से कोविड-19 के एक्टिव केस शून्य है। जानकारी के अनुसार, सदर अस्पताल समेत निजी अस्पतालों में मॉक ड्रिल नहीं हो रही है। कोरोना के एक्टिव केसेस समाप्ति के बाद से ही कैथ लैब से लेकर सदर अस्पताल में मॉक ड्रिल नहीं हो रहा है।
लोगों के चेहरों पर लौट आया है मास्क
देश के कई राज्यों में हांगकांग फ्लू के बढ़ते खतरे ने आम लोगों के चेहरे पर मास्क दोबारा से लौट गया है। रांची समेत पूरे झारखंड में जांच की व्यवस्था नहीं की गई अब तक रांची समेत पूरे झारखंड में जांच की व्यवस्था नहीं की गई है। रिम्स में जांच के लिए किट नहीं है। जांच के लिए जरूरी कंज्यूमेबल (प्राइमर) की खरीदारी के लिए टेंडर निकाला गया है। मतलब जब तक इसकी खरीदारी नहीं होगी तब तक जांच नहीं हो सकेगी।
अधिसंख्य जांचघर में भी नहीं है व्यवस्था
● रिम्स में इन्फ्लूएंजा जांच की खरीदारी के लिए निकाला गया टेंडर
● प्रबंधन का दावा अस्पताल में पर्याप्त संख्या में बेड उपलब्ध
● सदर अस्पताल में 100 बेड तक की व्यवस्था
● रिम्स में मशीन की व्यवस्था पर जांच किट नहीं
● जिला प्रशासन के तरफ से सैंपल लेने की नहीं है व्यवस्था
● टेस्ट, ट्रेक, ट्रीट और टीकाकरण स्ट्रेटजी से होना है इलाज
एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के ये लक्षण
● नाक बहना, खांसी, शरीर में दर्द, उल्टी, मतली, दस्त, कमजोरी, थकान।
क्या बरतें सावधानी
● मास्क का इस्तेमाल करें
● हैंडवॉश का प्रयोग करें
● हाथ मिलाने से बचें
● ठंडे पानी का इस्तेमान नहीं करें
● गर्म खाना खाएं
● लक्षण मिलने पर चिकित्सकों से संपर्क करें