झारखंड में अप्रैल माह से बढ़ जाएगी बिजली की दरें, जानें जेब पर कितना होगा असर
अप्रैल माह के अंत तक बिजली की नई दरें घोषित होंगी। बिजली की दरों में कितनी वृद्धि करनी है इसका फैसला निर्धारण नियामक आयोग द्वारा आयोजित जनसुनवाई के बाद तय होगा। आयोग ने जेबीवीएनएल के लिए जनसुनवाई की
अगले महीने से बिजली की दरें बढ़ जाएंगी। अप्रैल माह के अंत तक बिजली की नई दरें घोषित होंगी। बिजली की दरों में कितनी वृद्धि करनी है इसका फैसला निर्धारण नियामक आयोग द्वारा आयोजित जनसुनवाई के बाद तय होगा। आयोग ने जेबीवीएनएल के लिए जनसुनवाई की तारीख तय की है। 1 से 13 अप्रैल के बीच इसका आयोजन होगा।
जेबीवीएनएल से टैरिफ पीटिशन पर सुनवाई
बता दें कि जेबीवीएनएल की ओर से दाखिल टैरिफ पीटिशन के आधार पर सुनवाई होगी। यहां अलग-अलग उपभोक्ताओं से पीटिशन पर चर्चा होगी। 13 अप्रैल के बाद कभी भी आयोग बिजली की नई दरें घोषित कर सकता है।
आपत्ति और सुझाव उपभोक्ताओं से लेना है
गौरतलब है कि बिजली दर निर्धारण नियामक आयोग ने जेबीवीएनएल को निर्देश दिया है कि प्रस्ताव पर आपत्ति और सुझाव उपभोक्ताओं से लेना है। उन्हीं सुझावों के आधार पर संसोधन करना है। इसके लिए जेबीवीएनएल को 3 मार्च तक का समय दिया गया था। जवाब में जेबीवीएनएल ने कहा कि उन्हें तय सीमा तक उपभोक्ताओं ने कोई आपत्ति या सुझाव नहीं दिया।
किस तारीख और स्थान पर होगी जनसुनवाई
बिजली दर निर्धारण नियामक आयोग ने 3 अप्रैल को डाल्टनगंज (टाउन हॉल), 5 अप्रैल को पिल्लई हॉल (चाईबासा), 10 अप्रैल को कन्वेंशन सेंटर एग्रीकल्चर पार्क (दुमका) 11 अप्रैल को शिल्पग्राम सभागार (देवघर), 12 अप्रैल को गोल्फ मैदान (धनबाद) और 13 अप्रैल को आईएमए हॉल (रांची) में जनसुनवाई की जगह और तारीख तय की है। यहीं उपभोक्ताओं के विचार लिए जाएंगे।
गौरतलब है कि झारखंड राज्य बिजली वितरण निगम लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए बिजली दरों में 20 फीसदी वृद्धि का प्रस्ताव निर्धारण नियामक आयोग को सौंपा है। निगम का तर्क है कि उसे सालाना 7400 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। साल 2020 से ही बिजली दरों में बढ़ोतरी नहीं की गई है।