झारखंड में महंगी हुई बिजली, अगले महीने से बढ़े हुए टैरिफ पर आएगा बिल; जेब होगी ढीली
झारखंड में बिजली 6.50 फीसदी तक महंगी हो गई है। घरेलु उपभोक्ताओं के लिए बिजली की दरों में प्रति यूनिट 5 पैसे की वृद्धि की गई है। मासिक फिक्सड रिचार्ज 25 रुपये प्रति माह तक महंगा हुआ है।
Jharkhand Electricity Crisis: झारखंड में बिजली 6.50 फीसदी तक महंगी हो गई है। घरेलु उपभोक्ताओं के लिए बिजली की दरों में प्रति यूनिट 5 पैसे की वृद्धि की गई है। मासिक फिक्सड रिचार्ज 25 रुपये प्रति माह तक महंगा हुआ है। बता दें कि झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के लिए झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग ने नई टैरिफ का ऐलान कर दिया है। नया टैरिफ 1 जून 2023 से ही प्रभावी है लेकिन बढ़े हुए टैरिफ पर जुलाई से बिल आएगा। जेबीवीएनएल ने एजेंसियों को सॉफ्टवेयर अपडेट करने का निर्देश दिया है। बिजली कटौती के बीच बढ़ा हुआ टैरिफ उपभोक्ताओं पर महंगाई की दोहरी मार जैसा है। परेशानी हो रही है सो अलग।
बिजली की दरों में कैसे की गई बढ़ोतरी
झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग का कहना है कि फिक्सड चार्ज की वसूली आपूर्ति संख्या से जुड़ा है। एलटी उपभोक्ताओं के लिए यह 21 घंटो का होगा वहीं एचटी उपभोक्ताओं के लिए 23 घंटा रखा गया है। आयोग ने यह भी कहा की प्रीपेड मीटरिंग में स्वीच करने और प्रीपेड मीटर लगाने के बाद 1 महीने के भीतर ही सिक्योरिटी मनी लौटा दी जाएगी। इस बीच राहत की खबर यह है कि राज्य सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी में किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया है।
भीषण गर्मी में बिजली संकट से जूझता झारखंड
गौरतलब है कि झारखंड इन गर्मियों में भीषण बिजली संकट से जूझ रहा है। पिछले कुछ दिनों से आपूर्ति ठीक हुई है लेकिन तब भी शहरी इलाकों में 5-6 घंटे और ग्रामीण इलाकों में 12-14 घंटे तक बिजली कटौती हो रही है। बिजली विभाग इसे लोकल फॉल्ट और आपूर्ति में कमी की वजह उपजी समस्या बता रहा है। गौरतलब है कि अप्रैल माह में ही बिजली संकट को लेकर मुख्यमंत्री ने झारखंड विद्युत नियामक आयोग और झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के अधिकारियों के साथ मीटिंग की थी और निर्बाध आपूर्ति करने को कहा था।