भारत पश्चिमी देशों के दबाव में कूटनीतिक कदम नहीं अपनाता : प्रो स्वरण सिंह
केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड के अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग ने एक व्याख्यान आयोजित किया, जिसमें जेएनयू के प्रोफेसर स्वरण सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोलैंड और यूक्रेन दौरे पर चर्चा की।...
रांची, विशेष संवाददाता। केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड (सीयूजे) के अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग की ओर से मंगलवार को- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पोलैंड और यूक्रेन का दौरा: भारत के लिए आशय, विषय पर आमंत्रित व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर इंटरनेशनल पॉलिटिक्स, ऑर्गेनाइजेशन, डिसरमामेन्ट के प्राध्यापक प्रो स्वरण सिंह ने बतौर मुख्य वक्ता अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने सभी बहुपक्षीय मंचों पर इसकी जोरदार वकालत की है कि भारत बुद्ध धरती है और हमेशा शांति के लिए कार्यरत रहा है। प्रो स्वरण ने कहा कि भारत पश्चिमी देशों के दबाव में कोई कूटनीतिक कदम नहीं अपनाता और हमेशा अपनी संप्रभुता के अनुसार विदेश नीति को कार्यान्वित करता है।
प्रो स्वरण ने सामरिक स्वायत्ता, को वर्तमान भारतीय विदेश नीति का मुख्य आधार बताया और भारत की वैश्विक आकांक्षाओं का विस्तार से विवरण देते हुए प्रधानमंत्री मोदी के पोलैंड एवं यूक्रेन के दौरे की चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री का पोलैंड और यूक्रेन का दौरा विगत जुलाई में रूस दौरे से संबंधित नहीं था और यह भारत के विदेश नीति का एक अंग था। यह दौरा भारत की उस विदेश नीति का परिचायक था, जिसमें भारत अपने विश्वगुरु और विश्वबंधुत्व जैसी वैश्विक आकांक्षाओं को उड़ान देने का प्रयास कर रहा है। भारत हमेशा से शांति का पक्षधर रहा है। कार्यक्रम में विभूति भूषण विश्वास सहित अन्य शिक्षकगण, विद्यार्थी और शोधार्थी मौजूद थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।