एनएच जाम कर रहे 17 नामजद समेत अन्य 100 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज
लातेहार में पुलिस की पिटाई से दुखन प्रसाद की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई। इसके बाद आक्रोशित लोगों ने एनएच को जाम कर दिया और 17 नामजद समेत 100 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई। मृतक के परिजनों ने...

लातेहार, प्रतिनिधि। पुलिस की पिटाई से संदिग्ध स्थिति में हेरहंज निवासी दुखन प्रसाद की मौत हो गई थी। इससे आक्रोशित लोगों ने एनएच जाम कर रहे 17 नामजद समेत अन्य 100 अज्ञात लोगों पर लातेहार पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। नामजद 17 लोगों में दो पत्रकार भी शामिल हैं। लातेहार थाना के एसआई रमाकांत गुप्ता ने थाना कांड संख्या 107/25, 14 मई को बीएनएस के धारा 191/190/190/351(2)/352 के तहत नामजद अभियुक्त शंकर कुमार, शिवकुमार गुप्ता, घनश्याम प्रसाद, रंजन प्रसाद, गणेश प्रसाद, कपिल प्रसाद, हरि प्रसाद, रोहित कुमार, गोलू कुमार, संगीता देवी, रिंकी देवी, मनीषा देवी, सुनीता देवी, नंदकुमार गिरी, कुलदीप प्रसाद समेत दो पत्रकारों को आरोपी बनाया गया है।
पुलिस ने सभी लोगों के विरुद्ध पुलिसिया छवि को धूमिल करने, मारपीट कर हत्या करने का झूठा आरोप लगाने, सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, नाजायज यातायात बाधित करने, विधि विरुद्ध कार्य के आरोप में कांड दर्ज किया है। प्राथमिकी में पुलिस द्वारा लिखा गया है सअनि सुनील राम द्वारा सूचना दी गई कि कुछ लोग शव के साथ सदर अस्पताल में आए हैं, पोस्टमार्टम कराने से मना कर रहे हैं और एनएच-39 को जाम करने की योजना बना रहे हैं। हालांकि कुछ पुलिस कर्मियों को भेज कर मामले की जानकारी ली गई। वहीं परिजनों को समझने का भी प्रयास किया गया। परंतु परिजन नहीं माने और शव को बल पूर्वक सदर अस्पताल से धर्मपुर चौक मुख्य सड़क पर रख दिया और यातायात को बाधित कर दिया। मृतक के परिजन पुलिस पर झूठा आरोप लगाते हुए भीड़ को आक्रोशित करने का प्रयास किया। वहीं पुलिस पर झूठा आरोप लगाया कि पुलिसिया पिटाई से दुखन की मौत हुई है। यह सब सुन भीड़ आक्रामक हो गई और एनएच -39 का आवागमन बाधित कर टायर आदि जलते हुए थाना के घेराव करने की बात करते हुए पुलिस के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे। इधर, डीएसपी अरविंद कुमार, सीओ अरविंद देवासीस टोप्पो, थाना प्रभारी दुल्ड़ चौड़े, एसआई रमाकांत गुप्ता, राजा दिलावर, विक्रांत उपाध्याय, कुबेर प्रसाद देव, अरविंद तिवारी, मनीष राय आदि पुलिस बल के जवान लाठी बल के साथ धर्मपुर चौक पर पहुंचे और प्रदर्शन कार्यों को समझने का प्रयास किया। प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और उपस्थित मजिस्ट्रेट और डीएसपी के साथ झड़प करने का प्रयास करने लगे। इसके बाद माहौल बिगड़ता देख और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए संबंधित मजिस्ट्रेट द्वारा हल्का बल का प्रयोग करने का आदेश दिया गया। हालांकि इससे भीड़ तीतर-बीतर हो गई। वहीं डीएसपी अरविंद कुमार के नेतृत्व में फोटोग्राफी और वीडियो करते हुए शव का पोस्टमार्टम करने का फैसला लिया गया। इधर, पुलिसिया कार्रवाई से मृतक के परिजनों में भय का माहौल है।
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