झारखंड की जंग में 'वन-मैन आर्मी' साबित हुईं कल्पना, पति हेमंत के सिर ऐसे बांधवाया ताज
Jharkhand Vidhan Sabha Chunav Results: झारखंड में जेएमएम की अगुवाई वाला इंडिया ब्लॉक जीत की ओर है। जानिए पति हेमंत सोरेन की जीत में कैसे कल्पना सोरेन ने कैसे दिया योगदान?
झारखंड में जेएमएम की अगुवाई वाला इंडिया ब्लॉक जीत हासिल करता नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी विधायक कल्पना सोरेन की जोड़ी ने करिश्माई प्रदर्शन किया है। इस पॉवर कपल यानी हेमंत और कल्पना सोरेन की जोड़ी ने इन चुनावों की घोषणा के बाद सूबे में लगभग 200 चुनावी रैलियां कीं। इसी का नतीजा है कि जेएमएम के खेमे में जश्न का माहौल है। पार्टी कार्यकर्ता पटाखे फोड़ रहे हैं और मिठाइयां बांट रहे हैं।
सीता सोरेन, चंपाई सोरेन और लोबिन हेमब्रोम जैसे नेताओं के भाजपा का दामन थामने और 31 जनवरी को ED द्वारा कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी जैसी जेएमएम की चुनौतियों को देखते हुए इस प्रदर्शन को करिश्माई कहा जाएगा। इसने आदिवासी समाज में हेमंत सोरेन के गहरे प्रभाव को दिखाया है। माना जा रहा है कि हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी ने आदिवासी भावनाओं को संगठित करने का काम किया।
चुनाव विश्लेषकों के अनुसार; हेमंत और कल्पना दोनों ही आदिवासी मतदाताओं के बीच सहानुभूति की लहर पैदा करने में सफल रहे। वहीं सत्ता विरोधी भावना के बावजूद भाजपा उसका लाभ उठाने में विफल रही। पति की गिरफ्तारी के बाद कल्पना सोरेन ने झामुमो को बनाए रखा वरन उसे पुनर्जीवित करने का भी काम किया। कल्पना गांडेय सीट से पहले पीछे चल रही थीं लेकिन अब 14वें दौर की मतगणना के बाद 13,056 मतों से आगे चल रही हैं।
31 जनवरी को पति हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद सियासत में कदम रखने वाली कल्पना सोरेन ने जिस तरह से पार्टी को संभाला और चुनाव में भी जोरदार प्रचार किया, उसकी चर्चा हो रही है। चुनाव रैलियों में कल्पना की भूमिका ज्यादा देखी गई। हेमंत सोरेन और कल्पना की इस जोड़ी ने चुनावों के ऐलान के बाद झारखंड में लगभग 200 चुनावी जनसभाएं कीं। बीजेपी ब्रिगेड की ओर से जेएमएम की तेजतर्रार नेता कल्पना का जवाब नजर नहीं आया।
सीएम हेमंत सोरेन का कहना है कि मैंने ऐसा चुनाव कभी देखा है। आगे भी मुझे नहीं लगता है कि ऐसा कठिन चुनाव कभी देखूंगा। लेकिन इस बार हम दो थे। मेरी पत्नी कल्पना सोरेन वन-मैन आर्मी के तौर पर काम कर रही थीं। भाजपा गलती कहां कर रही थी हमने वहां फोकस किया। एक चैनल से बातचीत में हेमंत सोरेन ने कहा कि हमने टार्गेट फिक्स कर लिए थे। हम अपनी टीमों के साथ बेहतर तालमेल से काम कर रहे थे।
जेएमएम की इस जीत के पीछे हेमंत सोरेन की ओर से चलाई गई कल्याणकारी योजनाओं का भी योगदान माना जा रहा है। हेमंत सोरेन ने 1.75 लाख से अधिक किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए 2 लाख रुपये तक के कृषि कर्ज माफ किए। इसके अलावा उनकी सरकार ने बकाया बिजली बिल भी माफ किए। यही नहीं उन्होंने 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने की योजना शुरू की। इसके अलावा सार्वभौमिक पेंशन जैसी कल्याणकारी योजनाएं भी शुरू कीं।