बिजली दर में बढ़ोतरी से स्टील उद्योग पर संकट
एक ही राज्य में बिजली दरों की अलग-अलग व्यवस्था की मार उद्यमियों को झेलनी पड़ रही है। इसी का नतीजा है कि स्टील उद्योग संकट के दौर से गुजर रहा है। अब इन उद्योगों में कार्यरत मजदूरों को भविष्य की चिंता...
एक ही राज्य में बिजली दरों की अलग-अलग व्यवस्था की मार उद्यमियों को झेलनी पड़ रही है। इसी का नतीजा है कि स्टील उद्योग संकट के दौर से गुजर रहा है। अब इन उद्योगों में कार्यरत मजदूरों को भविष्य की चिंता हो रही है।
ऑल झारखंड फर्नेस एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखकर चिंता जताई है कि बिजली दर में हुई बढ़ोतरी के कारण इंडक्शन फर्नेस चलाने वाले सभी उद्यमियों को लाखों रुपये का नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा जेबीवीएनएल के लिए इसी वर्ष टैरिफ का निर्धारण किया गया। इसमें पहले शत-प्रतिशत बिजली पर आधारित उद्योगों एचटीएसएस श्रेणी में आते थे, उन्हें हटाकर एचटीएस की एक ही श्रेणी बनायी गई। इससे जो छूट पहले एचटीएसएस श्रेणी को मिलती थी, वह समाप्त हो गई। एचटीएस श्रेणी की दर 5.50 रुपये प्रति यूनिट निर्धारित की गयी है, जो पहले की दर तीन रुपये के करीब से लगभग दोगुनी है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।