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बेंगाबाद में बड़े पैमाने पर की जा रही मड़ुआ की खेती

मिलेट मिशन योजना के तहत बेंगाबाद के कई गांवों में मडुआ की खेती बड़े पैमाने पर हो रही है। महिला कृषक इसे रोजगार का साधन बना रही हैं। मडुआ के आटे से विभिन्न प्रकार के उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। मडुआ...

बेंगाबाद में बड़े पैमाने पर की जा रही मड़ुआ की खेती
Newswrap हिन्दुस्तान, गिरडीहTue, 3 Sep 2024 11:34 AM
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राजेश पांडेय, बेंगाबाद। मिलेट मिशन योजना के तहत बेंगाबाद में बड़े पैमाने पर श्री अन्न (मडुआ) की खेती हो रही है। मडुआ की खेती से किसानों का खेत गुलजार हो रहा है। मडुआ बाली की सौंधी महक महिला कृषकों के जीवन में मिठास घोंलने के लिए तैयार है। वर्षों पूर्व ग्रामीण क्षेत्रों में बहुतायत मात्रा में इसकी खेती होती थी। धीरे-धीरे पारंपरिक मडुआ की खेती लुप्त हो गयी। सरकार ने मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए मिलेट मिशन योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत बेंगाबाद प्रखंड के कई गांवों में बड़े पैमाने पर इसकी खेती की जा रही है। पूर्री, नइयाडाबर, बिजयपुर, जुडपनिया सहित कई अन्य गांवों में मडुआ की खेती की जा रही है। जेएसएलपीएस स्वयं सहायता समूह की लगभग 60 महिला कृषक दस एकड़ से अधिक जमीन पर मडुआ की खेती कर रही हैं। महिलाओं ने मडुआ की खेती को रोजगार का साधन बना लिया है। बताया जाता है कि मडुआ के आटा से समूह की दीदी तरह-तरह का आइटम तैयार कर आर्थिक उपार्जन कर रही हैं। ग्राम लुप्पी में बजरंग बली स्वंय सहायता समूह की दीदी फुलवती देवी व उनकी सहयोगी मडुआ का स्वादिष्ट बिस्किट तैयार कर रही हैं। बजार में इसकी बहुत डिमांड है। इसके अलावा कई अन्य तरह का भी समान तैयार किया जा रहा है।

जेएसएलपीएस के प्रखंड बीपीएम संजय कुमार ने कहा कि स्वयं सहायता समूह से जुड़ी दीदियों को मडुआ की ऑर्गेनिक खेती के लिए निरंतर प्रेरित किया जा रहा है। कहा कि इस वर्ष प्रखंड क्षेत्र के नैयाडाबर,जुड़पनिया, विजयपुर गांव की 60 महिला कृषकों द्वारा 10 एकड़ जमीन मडुआ की खेती की जा रही है। मडुआ की खेती के साथ बेहतर सेहत के लिए मडुआ अनाज के सेवन करने हेतु प्रेरित भी किया जा रहा है। कहा कि मडुआ के मूल्य वर्धन की बात करें तो आरंभ मे मडुआ का मूल्य 18 से 20 रूपये प्रति किलोग्राम था। वर्तमान में इसका मूल्य 36 रूपये प्रति किलोग्राम हैं। मडुआ की खेती करनेवाले किसान को इसकी बिक्री के लिए बाहर बाजार खोजने की आवश्यकता नहीं है। इसके लिए उत्पादक समूह के द्वारा उनके घरों से ही खरीदारी कर ली जाएगी। कहा कि खेती कार्य में मुख्य रूप से किसान बबिता देवी, रिंकू देवी, निशा कुमारी, सावित्री देवी, शांति देवी, रुपद्दी बेसरा, बड़की देवी, फुलमुनी देवी, बहाली मुर्मू, शांति किस्कू, ममता सोरेन, सबिता देवी, सोनिया हेमब्रोम, रोशा सोरेन, समोली मुर्मू आदि महिलाएं शामिल हैं।

कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान सह वरीय कृषि वैज्ञानिक डॉ पंकज सेठ ने कहा कि किसानों को खेती के प्रति प्रोत्साहित करने और आर्थिक सहायता के लिए मिलेट मिशन योजना की शुरुआत की गयी है। प्रधानमंत्री भी इस योजना को प्रमोट कर रहे हैं। मिलेट मिशन योजना के तहत सरकार मोटे अनाज की खेती के लिए सहायता भी प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि मडुआ सुपर फूड है। खासकर सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। कहा कि मडुआ महिलाओं में होनेवाली खून की कमी को दूर करता है। मडुआ में प्रचुर मात्रा में आयरन पाया जाता है। इसके अलावा कैल्सियम, मैग्निसियम, पोटेशियम भी पाया जाता है। डयबीटिज के लिए भी मडुआ काफी फायदेमंद है। कहा कि मडुआ को मिड डे मिल में भी शामिल किया जाने लगा है। मडुआ से बिस्किट, केक, लड्डू सहित कई तरह के व्यंजन तैयार किए जा रहे है।

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