मुख्तार गैंग के लिए निभा रहा था बड़ी जिम्मेदारी, झारखंड में मारे गए अनुज कनौजिया का खौफनाक इतिहास
- झारखंड में मारा गया मुख्तार अंसारी का शूटर अनुज कनौजिया गैंग के लिए बड़ी जिम्मेदारी निभा रहा था। वह झारखंड से नए युवाओं को मुख्तार गैंग में भर्ती करवाता था। शनिवार रात उसकी जुर्म की दुनिया का खौफनाक अंत हो गया।

शनिवार देर रात आतंक का पर्याय और इनामी शूटर अनुज कनौजिया जमशेदपुर में मुठभेड़ में मारा गया। इस दौरान एक सवाल सामने आया कि यूपी के गैंग का शूटर झारखंड में क्या कर रहा था? इस सवाल के दो जवाब सामने आए। पहला ये कि वो उत्तर प्रदेश पुलिस का वांटेड था। पुलिस से बचने के लिए उसने झारखंड में पनाह ली हुई थी। दूसरा ये कि झारखंड में उसने ना सिर्फ पनाह ली हुई थी, बल्कि मुख्तार गैंग के लिए बड़ी जिम्मेदारी भी निभा रहा था। आइए जानते हैं झारखंड में मारे गए अनुज कनौजिया का खौफनाक इतिहास।
मुख्तार गैंग के लिए निभा रहा था बड़ी जिम्मेदारी
झारखंड के जमशेदपुर में शनिवार की देर रात मुठभेड़ में मारा गया शूटर अनुज कनौजिया, मुख्तार अंसारी गिरोह के लिए झारखंड से भी नए युवाओं को जोड़ने का काम करता था। इससे पहले उसकी पत्नी रीना राय को 2023 में यूपी एसटीएफ और झारखंड पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में जमशेदपुर के बारीगोड़ा से गिरफ्तार किया था। झारखंड की परसूडीह पुलिस ने बारीगोड़ा इलाके के एक घर में छापेमारी की थी, जहां से अनुज कनौजिया की पत्नी रीना राय गिरफ्तार की गई थी। उस वक्त पुलिस छापेमारी के दौरान अनुज कनौजिया भी रीना के साथ था, लेकिन वहां से फरार होने में सफल रहा था। तब से यूपी पुलिस अनुज की तलाश कर रही थी।
अनुज के अपराधों का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसके खिलाफ यूपी में 22 मुकदमें दर्ज हैं। इसमें सबसे ज्यादा मुकदमे मुख्तार अंसारी के गृह जिले मऊ में दर्ज हैं। मऊ में अनुज के खिलाफ 13 मुकदमे, गाजीपुर में 7 मुकदमे और आजमगढ़ में 2 मुकदमे दर्ज हैं। इतने मुकदमे दर्ज होने के बावजूद अनुज कनौजिया फरार चल रहा था। फरारी के दौरान उसपर एक लाख का इनाम घोषित किया गया था, जिसे दो दिन पहले बढ़ाकर ढाई लाख कर दिया गया था। अब अनुज कनौजिया के जुर्म की दुनिया का अंत हो गया है।