जेलेंस्की का फैसला था कि वे लड़ेंगे; ट्रंप ने यूक्रेनी राष्ट्रपति के सिर फोड़ा युद्ध बढ़ाने का ठीकरा
- Donald trump: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध को लेकर कहा कि जेलेंस्की को आक्रमण का सामना नहीं करना चाहिए था। उन्हें हमले के पहले ही किसी समझौते पर पहुंच जाना चाहिए था। अगर वहां मैं होता तो शायद यह युद्ध होता ही नहीं।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध का दोष यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की पर मढ़ दिया है। ट्रंप ने दोनों देशों की बीच शक्ति असंतुलन का हवाला देते हुए कहा कि यूक्रेन रूस के सामने ताकत के मामले में कहीं नहीं है। इसलिए जेलेंस्की को युद्ध के पहले ही रूस से बातचीत के जरिए मुद्दा सुलझाना चाहिए था। लेकिन जब आक्रमण हो ही गया था तो उसका विरोध नहीं करना चाहिए था। इससे बात केवल बिगड़ी ही। रूसी सेना की ताकत के आगे यूक्रेनी प्रतिरोध कहीं नहीं ठहर पाया।
फॉक्स न्यूज के साथ किए इंटरव्यू में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि कि जेलेंस्की एक बहुत बड़ी ताकत से युद्ध लड़ रहे हैं, जो कि उनकी तुलना में बहुत ज्यादा शक्तिशाली है। ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन ने काफी हद तक रूसी हमले को रोकने में सफलता पाई लेकिन रूस की मजबूत सेना ने उनके प्रतिरोध को निर्रथक बना दिया। उन्होंने कहा कि जेलेंस्की को हमले का प्रतिरोध नहीं करना चाहिए था बल्कि इससे पहले ही बातचीत के जरिए मामले को हल करने की कोशिश करनी चाहिए थी।
ट्रंप ने कहा कि युद्ध के कारण दोनों देशों को नुकसान हुआ है। हजारों लोगों की जान गई है। अगर मैं वहां पर होता तो आसानी से कोई समझौता करके इस लड़ाई को रोक सकता था। लेकिन जेलेंस्की ने युद्ध का रास्ता चुना। उनके इस फैसले की वजह से यूक्रेन और रूस को अपने हजारों सैनिकों की जान गंवानी पड़ी और हजारों निर्दोष लोगों की जान चली गई।
डोनाल्ड ट्रंप के दावे के मुताबिक जेलेंस्की ने देश की रक्षा के लिए हथियार उठाकर गलत किया। ट्रंप का यह दावा उनके पूर्ववर्ती जो बाइडन के फैसले से बिलकुल उलट है, जो अपने शासन काल के दौरान इस बात पर टिके रहे की यूक्रेन को अपनी रक्षा के लिए हथियार उठाने का पूरा हक है। उन्होंने यूक्रेन के समर्थन में न सिर्फ रूस पर प्रतिबंध लगाए बल्कि यूक्रेन को आर्थिक और सैन्य सहायता भी उपलब्ध करवाई।
ट्रंप ने कहा कि जेलेंस्की के नेतृत्व पर संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें इस युद्ध को होने से पहले ही रोक देना चाहिए था। लेकिन अब जबकि यह हो चुका है तो मैं कहना चाहता हूं कि दोनों देशों को शांति से काम करना चाहिए और इस युद्ध को खत्म करना चाहिए। अगर रूस इस मामले में कदम नहीं उठाता तो अमेरिका उस पर बड़े पैमाने पर आर्थिक प्रतिबंध और टैरिफ लगाएगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।