Hindi Newsविदेश न्यूज़Wounded Russian Soldiers Beaten with Baton and Taser Forced to Return to Front Line against Ukraine War VIDEO

मौत से जूझ रहे साथियों पर न आई तरस, जंग में जबरन भेजने के लिए रूसी अफसरों ने बरसाए डंडे- VIDEO

ब्रिटिश पत्रकार वारेन थ्रॉन्टेन ने सोशल मीडिए एक्स पर इस घटना का एक वीडियो क्लिप साझा किया है, जिसमें दिख रहा है कि एक सैन्य अफसर दो घायल सैनिकों की जबर्दस्त पिटाई कर रहा है।

Pramod Praveen लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 23 Jan 2025 04:27 PM
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मौत से जूझ रहे साथियों पर न आई तरस, जंग में जबरन भेजने के लिए रूसी अफसरों ने बरसाए डंडे- VIDEO

पिछले तीन साल से रूस-यूक्रेन जंग जारी है। इसमें दोनों तरफ से बड़ी संख्या में सैनिक हताहत हुए हैं। हालात ऐसे हैं कि रूस को यूक्रेन के खिलाफ जंग में अग्रिम मोर्चे पर लड़ने के लिए सैनिकों की भारी किल्लत झेलनी पड़ रही है। उसे किराए के सैनिकों पर निर्भर होना पड़ा है। उत्तर कोरिया ने भी करीब 10,000 सैनिक रूस भेजे हैं। इस बीच, खबरें आ रही हैं कि रूसी सेना के अधिकारी अपने घायल सैनिकों को जबरन युद्ध के मैदान में भेजने के लिए उन पर भारी दवाब बना रहे हैं।

कीव पोस्ट की एक रिपोर्ट में ब्रिटिश पत्रकार के हवाले से कहा गया है कि रूसी सेना के अधिकारियों ने एक सैन्य इकाई के मुख्यालय में वैसे घायल सैनिकों पर डंडे बरसाए और उन्हें टेजर से इलेक्ट्रिक शॉक दिया, जो अपनी खराब हालत की वजह से युद्ध के मैदान में जाने में लाचार थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि रूसी सेना के अफसर ने इस दौरान सैन्य वर्दी पहन रखी थी। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो सामने आने के बाद आरोपी सैन्य अधिकारी को कथित तौर पर हिरासत में ले लिया गया है।

ब्रिटिश पत्रकार वारेन थ्रॉन्टेन ने सोशल मीडिए एक्स पर इस घटना का एक वीडियो क्लिप साझा किया है, जिसमें दिख रहा है कि एक सैन्य अफसर दो घायल सैनिकों की जबर्दस्त पिटाई कर रहा है, जबकि एक और सैन्य अधिकारी उसके साथ है। वारेन ने एक्स पर लिखा है, “यह रूस के दो अधिकारी हैं जो दो लोगों को इसलिए पीट रहे हैं क्योंकि वे फ्रंटलाइन पर वापस नहीं लौट रहे थे, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है, मैंने गलती से रिपोर्ट कर दिया था कि वे यूक्रेनी हैं। इस गलती को सुधारने में खुशी हो रही है। #रूस यह ठीक नहीं है। इस क्रूर यातना को अंजाम देने वाले लोगों को लंबे समय तक जेल में रहना चाहिए।”

रिपोर्ट में कहा गया है कि यह घटना क्यज़िल में सैन्य इकाई संख्या 55115 में हुई, जो रूसी सशस्त्र बलों की 55वीं मोटराइज्ड राइफल ब्रिगेड का मुख्यालय है। इसकी पुष्टि सेंट्रल मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट की प्रेस सेवा द्वारा भी की गई है। युद्ध समर्थक "रूसी सैनिकों की माताओं की समिति-परिषद" ने भी टेलीग्राम चैनल पर 19 जनवरी को इस फुटेज को पोस्ट किया था जिसमें हमलावर सैन्य पुलिसस को पैच वाली वर्दी पहने हुए दिखाया गया है। उस वीडियो में भी सैनिक को घायल सैनिकों पर डंडे और टेजर का इस्तेमाल करते हुए दिखाया गया है। इसमें एक सैनिक की पीठ टूटी हुई थी, बावजूद उस पर डंडे बरसाए गए।

इस बीच, यूक्रेन ने रूस पर अपने हमलों को बढ़ा दिया है। कीव लंबी दूरी के हथियारों से रूस के तेल डिपो, हथियार भंडारण और कारखानों को तबाह कर रहा है। उधर, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन में ‘बेतुके युद्ध’ को समाप्त करने को कहा है। ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा है कि रूस यूक्रेन के खिलाफ युद्ध को खत्म करे या फिर अत्यधिक शुल्क और आगामी प्रतिबंधों का सामना करने के लिए तैयार रहे।

अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में 20 जनवरी को शपथ लेने वाले ट्रंप ने बुधवार को अपने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल’ पर यह बात कही। ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में रूस के राष्ट्रपति पुतिन का नाम लिया और कहा कि उनके एवं पुतिन के बीच हमेशा अच्छे संबंध रहे हैं, लेकिन अब इस ‘‘बेतुके युद्ध’’ को खत्म करने का समय आ गया है।’’ट्रंप ने कहा कि वह रूस के खिलाफ कुछ कड़े कदम उठाने पर विचार कर रहे हैं और चाहते हैं कि युद्ध में और लोगों की जान नहीं जाए।

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