ISIS समर्थक, दो जगह लगाए थे बम; अमेरिकी हमलावर जब्बार पर नए खुलासे
- अमेरिका के न्यू ऑर्लियांस में लोगों के ऊपर ट्रक चढ़ाने वाले शख्स को लेकर नए खुलासे हुए हैं। एफबीआई के मुताबिक यह एक आतंकी घटना थी, जिसमें इस्लामिक स्टेट ग्रुप का हाथ है।
अमेरिका के न्यू ऑर्लियांस में लोगों के ऊपर ट्रक चढ़ाने वाले शख्स को लेकर नए खुलासे हुए हैं। एफबीआई के मुताबिक यह एक आतंकी घटना थी, जिसमें इस्लामिक स्टेट ग्रुप का हाथ है। साथ ही एजेंसी ने यह भी खुलासा किया है कि घटना को अंजाम देने वाला शख्स शम्सुद्दीन जब्बार अकेला था। पहले एजेंसी ने कहा था कि इस घटना में जब्बार के साथ कुछ और लोग भी हो सकते हैं। जब्बार टेक्सास का रहने वाला अमेरिकी नागरिक है और वह आर्मी में रह चुका है। घटना से कुछ घंटे पहले उसने अपने फेसबुक पर पांच वीडियो पोस्ट किए थे। इस वीडियो में उसने आईएसआईएस से समर्थन की बात कही थी।
अमेरिकी जांच एजेंसी ने यह भी खुलासा किया है कि जब्बार ने दो होम-मेड बम भी लगाए थे। इसके अलावा उसके ट्रक से इस्लामिक स्टेट का काला झंडा बरामद किया गया। यह बम पड़ोस में लगाए गए थे, ताकि अधिक से अधिक लोगों को मौत के घाट उतारा जा सके। तलाशी के दौरान कूलर में रखे दो आईईडी बम भी मिले। कुछ अन्य डिवाइसेज भी मिली हैं, जो काम नहीं कर रही थीं। अधिकारियों ने जब्बार से मिले होने के शक के आधार पर कूलर के पास खड़े लोगों के बारे में भी जानकारी जुटाई। लेकिन हमले में उनकी कोई भूमिका नहीं पाई गई। इसके अलावा अधिकारियों ने यह भी पता लगाने की कोशिश में जुटी है कि जब्बार का आतंकवाद की तरफ झुकाव कैसे हुआ।
एफबीआई के काउंटर टेररिज्म डिवीजन के सहायक निदेशक क्रिस्टोफर राइया ने कहाकि यह एक आतंकी कृत्य था। यह खतरनाक हमला था और पूरी तरह से योजना बनाकर अंजाम दिया गया। उन्होंने कहाकि जब्बार सौ फीसदी आईएसआईएस से प्रेरित था। बॉरबॉन स्ट्रीट में हुई इस घटना में 14 लोग मारे गए थे। जब्बार ने एक तेज रफ्तार ट्रक को भीड़ के ऊपर दौड़ा दिया था। बाद में पुलिस के साथ मुठभेड़ में जब्बार भी मारा गया। हादसे में करीब 30 लोग घायल हुए थे। पिछले कुछ साल में अमेरिकी धरती पर यह आईएस से प्रेरित सबसे खतरनाक हमला है।
हालांकि एफबीआई के मुताबिक न्यू ऑर्लियांस और बुधवार को टेस्ला साइबर ट्रक में हुए धमाके में कोई कनेक्शन नहीं है। यह धमाका ट्रंप के लास वेगास स्थित होटल के सामने हुआ था। जब्बार ने 2007 में आर्मी ज्वॉइन की थी। वह ह्यूमन रिसोर्स और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में विभाग में 2009 से 2010 तक अफगानिस्तान में तैनात था। 2015 में उसका आर्मी रिजर्व में ट्रांसफर हो गया और 2020 में स्टाफ सार्जेंट की रैंक के साथ नौकरी छोड़ दी।
एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर जब्बार के बारे में कुछ जानकारियां दी हैं। इसके मुताबिक जब्बार साल 2023 में इजिप्ट गया था। इस दौरान वह एक हफ्ते तक काहिरा में रुका था। अमेरिका लौटने से पहले वह तीन दिन के लिए टोरंटो भी गया था। हालांकि इस बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है कि उसकी इन यात्राओं का मकसद क्या था।
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