कौन हैं मोजतबा? जिन्हें बताया जा रहा अयातुल्ला खामेनेई की गद्दी का उत्तराधिकारी, अटकलें तेज
- Who is Mojtaba Khamenei: अयातुल्ला खामेनेई के दूसरे बेटे मोजतबा को कथित तौर पर 26 सितंबर को हुई एक गुप्त बैठक के दौरान चुना गया था। इस फैसले को गुप्त रखने के लिए कहा गया था क्योंकि अलोकतांत्रिक तरीके से सुप्रीम लीडर चुने जाने से जनता में विरोध के सुर भड़क सकते हैं।
इजरायल से जारी तनाव के बीच ईरान के सुप्रीम नेता अली खामनेई की हेल्थ को लेकर लगातार खबरें आ रही हैं। सोशल मीडिया पर चल कई रिपोर्ट्स में खामनेई को कोमा में बताया गया है। इन सभी खबरों पर ईरान की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। यहां तक की हाल ही में खामनेई के ऑफिशियल हैंडल से उनके और ईरानी एम्बेसडर की मीटिंग की एक फोटो भी पोस्ट की गई थी, इसके बाद भी उनके स्वास्थ्य से जुड़ी अफवाहें जोरों पर हैं।
इजरायली मीडिया आउटलेट यनेट ने ईरान इंटरनेशन के हवाले से बताया कि खामनेई अभी कोमा में हैं और उनके दूसरे बेटे मोजतबा खामेनेई को उनका उत्तराधिकारी घोषित किया गया है।रिपोर्ट्स के मुताबिक खामेनेई के दूसरे बेटे मोजतबा को कथित तौर पर 26 सितंबर को हुई एक गुप्त बैठक के दौरान चुना गया था। इस फैसले को गुप्त रखने के लिए कहा गया था क्योंकि अलोकतांत्रिक तरीके से सुप्रीम लीडर चुने जाने से जनता में विरोध के सुर भड़क सकते हैं।
कौन हैं मोजतबा खामेनेई?
अयातुल्ला अली खामेनेई के दूसरे बेटे मोजतबा खामेनेई ने पिछले दो सालों में ईरान के शासन में अपना एक महत्वपूर्ण प्रभाव बनाया है। मोजतबा को सार्वजनिक रूप से बहुत कम देखा जाता है। 2009 के चुनावों के बाद हुए विरोध प्रदर्शन को सख्ती से दबाने में मोजतबा की एक बड़ी भूमिका मानी जाती है। इस प्रदर्शन के दौरान काफी लोग मारे गए थे। ईरान के सर्वोच्च नेता की संवैधानिक आवश्यकता को पूरा करने के लिए मोजतबा को 2021 में ही अयातुल्ला की उपाधि दे दी गई थी।
मोजतबा, फिलहाल ईरानी सरकार में किसी भी जिम्मेदार पद पर नहीं है। लेकिन ऐसा माना जाता है कि सरकार और ईरानी खुफिया एजेंसियों में मोजतबा के भोरोसेमंद लोग मौजूद हैं। पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद से ही ईरान में मोजतबा का कद बढ़ा है।
मोजतबा का व्यक्तिगत जीवन
व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो मोजतबा का जन्म 1969 में मशहद में हुआ था। अपने पिता ईरानी सुप्रीम नेता की देखरेख में उन्होंने बेहतर और प्रभावशाली शिक्षकों से इस्लामिक धर्मशास्त्रों का अध्यन किया है। फिलहाल वह एक मौलवी के रूप में क्यूम सेमिनरी में धर्मशास्त्र को पढ़ाते हैं। मोजतबा औऱ उनकी पत्नी जहरा हद्दाद-अदेल के तीन बच्चे हैं।
ईरान में सुप्रीम लीडर के बाद राष्ट्रपति का पद आता है। राष्ट्रपति पद की महत्ता को देखते हुए मोजतबा ने 2005 और 2009 के राष्ट्रपति चुनाव में अपने खास महमूद अहमदीनेजाद का समर्थन किया था। कथित तौर पर ऐसा माना जाता है कि 2009 में अहमदीनेजाद की जीत में मोजतबा का ही हाथ है। हालांकि 2009 में अहमदीनेजाद की जीत के बाद से ही ईरान में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। ऐसा माना जाता है कि मोजतबा ने ही विरोध प्रदर्शन से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
कुछ समय बाद ही अहमदीनेजाद और मोजतबा के संबंध खराब हो गए। अहमदीनेजाद ने मोजतबा खामनेई पर सार्वजनिक तौर पर आरोप लगाया कि उन्होंने राज्य के खजाने से गबन किया है। हालांकि इन आरोपों पर ज्यादा कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पिछले 35 सालों से खामेनेई ईरान के सर्वोच्च पद पर बने हुए हैं। अपने दूसरे बेटे को उत्तराधिकारी बनाने के उनके फैसले को कुछ असहमति का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि ईरान में सर्वोच्च नेता का फैसला ही सबसे सही माना जाता है। मोजतबा के पहले पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी इस पद के लिए मुख्य पसंद माने जाते थे। लेकिन हवाई दुर्घटना में उनकी संदेहास्पद मौत के बाद मोजतबा ही इस समय सबसे बेहतर विकल्प माने जा रहे हैं।
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