ट्रंप के लोकसभा चुनाव में दखलंदाजी वाले बयान के बीच चर्चा में आईं वीना रेड्डी, क्या कनेक्शन?
- डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के लोकसभा चुनावों में पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की दखलंदाजी को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस बीच भारतीय मूल की वीना रेड्डी का नाम चर्चा में आ गया है। भाजपा ने वीना रेड्डी के रोल को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को यह कहकर धमाका कर दिया है कि भारत में पिछले साल हुए लोकसभा चुनावों में नरेंद्र मोदी की जगह किसी और को जिताने की कोशिशें चल रही थीं। ट्रंप ने भारत को USAID की फंडिंग रोकने के कदम को भी सही ठहराया है। इस बीच यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) की भारत की पूर्व निदेशक वीना रेड्डी जांच के घेरे में आ गई है। भाजपा सांसद महेश जेठमलानी ने USAID की 21 मिलियन डॉलर्स की फंडिंग को लेकर वीना रेड्डी की भूमिका की जांच की मांग की है। अब ट्रंप के बयान ने इन आरोपों पर आग में घी डालने का काम किया है।
मूल रूप से आंध्र प्रदेश की अमेरिकी राजनयिक वीना रेड्डी 5 अगस्त 2021 को USAID के भारतीय कार्यालय के साथ जुड़ी थीं। इसके बाद वह लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद 17 जुलाई 2024 को अमेरिका लौट गई थीं। वह विदेश सेवा अधिकारी के तौर पर अमेरिकी सरकार में शामिल होने से पहले न्यूयॉर्क, लंदन और लॉस एंजिल्स में कॉर्पोरेट अटॉर्नी भी रह चुकी हैं। वीना रेड्डी ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ़ लॉ से डॉक्टर ऑफ़ ज्यूरिसप्रूडेंस और यूनिवर्सिटी ऑफ़ शिकागो से एमए और बीए की डिग्री प्राप्त की है। भारत के अलावा वह पाकिस्तान, मध्य एशियाई गणराज्यों और सेंट्रल अमेरिका में भी यूएसएआईडी मिशन में काम कर चुकी हैं।
वीना रेड्डी के कार्यकाल के दौरान भारत में USAID फंड में बड़े पैमाने पर बढ़ोतरी हुई। 2022 में फंड की राशि कई गुना बढ़ गई। इस दौरान अलग-अलग परियोजनाओं पर 1982 करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च कर दी गई। वहीं 2020 में भारतीय परियोजनाओं को यूएसएआईडी से $83.2 मिलियन मिले थे। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 2022 के लिए कुल 228 मिलियन डॉलर के फंड में से यूएसएआईडी इंडिया ने बेसिक हेल्थ पर 140.7 मिलियन डॉलर, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य पर 25.09 मिलियन डॉलर, एचआईवी/एड्स की रोकथाम और जागरूकता कार्यक्रमों पर 10.57 मिलियन डॉलर, सामान्य पर्यावरण संरक्षण पर 7.186 मिलियन डॉलर और ऊर्जा पर 5.6 मिलियन डॉलर खर्च किए। हालांकि भाजपा ने इन फंडिंग्स को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
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