गाजा, यूक्रेन के संघर्ष पर US और UK की एजेंसियां, कहा- कोल्ड वॉर के बाद वैश्विक व्यवस्था को सबसे बड़ा खतरा
- अमेरिका और ब्रिटेन की खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों ने शनिवार को एक संयुक्त लेख में कहा है कि इस समय गाजा और युक्रेन का संघर्ष वैश्विक व्यवस्था के लिए शीत युद्ध के बाद सबसे बड़ा खतरा है। हमें इन्हें जल्दी से जल्दी समाप्त करना होगा।
अमेरिका और ब्रिटेन की खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों की तरफ से कहा गया है कि वर्तमान समय में चल रहे गाजा और यूक्रेन के संघर्ष वैश्विक व्यवस्था के लिए शीत युद्ध के बाद सबसे बड़ा खतरा हैं। दोनों ही संघर्षों पर अपनी बात रखते हुए प्रमुखों ने कहा कि हमें यूक्रेन के साथ पहले से ज्यादा खड़े रहने की जरूरत है और वहां पर संघर्ष को समाप्त करने का प्रयास करने की जरूरत है तो वहीं गाजा में भी जल्द से जल्द दोनों पक्षों के बीच संधि करवाने की जरूरत है।
अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के निदेशक विलियम बर्न्स और ब्रिटिश एजेंसी सीक्रेन इंटेलिजेंस सर्विस के प्रमुख रिचर्ड मूर के द्वारा फाइनेंशियल टाइम्स में संयुक्त रूप से एक लेख लिखा गया, जिसमें दोनों ही संघर्षों के बारे में बारी- बारी से बात की गई।
यूक्रेन की मदद करने के लिए साथ बने रहना पहले से कहीं ज्यादा जरूरी
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष पर बात करते हुए उन्होंने लिखा कि हमारी एजेंसियां आक्रामक रूस का सामना करने के लिए यूक्रेन के साथ संयुक्त रूप से खड़ीं हुईं हैं। हम लगातार यूक्रेन का साथ दे रहे हैं इस समय यह और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है। हम रूस के राष्ट्रपति पुतिन को यूक्रेन की संप्रभुता और स्वतंत्रता के साथ खिलवाड़ नहीं करने दे सकते, हम उन्हें उनके इस मंसूबे में कामयाब नहीं होने देंगे।
उन्होंने कहा कि रूस की खुफिया एजेंसियां पूरे यूरोप में देशों के बीच में मतभेद पैदा करने की कोशिश कर रही हैं और लगातार गलत सूचनाओं को फैलाने की कोशिश कर रही हैं। हम लगातार उनके इन मंसूबों पर पानी फेरते रहते हैं। चीन के बारे में बात करते हुए दोनों ने कहा कि हमने चीन के उदय को देखते हुए अपनी एजेंसियों का पुनर्गठन किया है और हम नई चुनौतियों के हिसाब से अपने आप में तैयार हैं। रूस के साथ चीनी जुगलबंदी का सामना करना हमारे लिए प्रमुख चुनौती है। बर्न्स ने कहा कि रूस, चीन, ईरान और उत्तर कोरिया के बीच जो संबंध बढ़ रहे हैं वह परेशानी पैदा करने वाले हैं। इससे यूक्रेन और यूरोप दोनों को खतरा है। यह एक ऐसा खतरा है जो शीत युद्ध से भी बड़ा होता दिखाई दे रहा है। उत्तर कोरिया ने जहां यूक्रेन के खिलाफ इस्तेमाल के लिए रूस को गोला बारूद और मिसाइलें भेजीं हैं, जबकि ईरान, मास्कों को हमलावर ड्रोन की आपूर्ति करता है। बर्न्स ने कहा कि सीआईए को अभी तक चीन द्वारा रूस को हथियार भेजने के सबूत नहीं मिले हैं,"लेकिन हमें इसमें बहुत सी चीजें कम दिख रही हैं।
गाजा में अब युद्ध को समाप्त करने की जरूरत
इजरायल और गाजा के बीच चल रहे संघर्ष के ऊपर बात करते हुए दोनों ने कहा कि इस युद्ध को जल्द से जल्द समाप्त करने की जरूरत है। बर्न्स जो कि इस युद्ध को समाप्त करने के सक्रिय रूप से लगे हुए हैं उन्होंने हाल ही में इजिप्ट की यात्रा भी की थी। उन्होंने लिखा कि अभी तक कोई समझौता नहीं हुआ है, लेकिन हम समझौते के बेहद करीब हैं। अमेरिका और ब्रिटेन दोनों इजरायल के कट्टर सहयोगी हैं, हालांकि लंदन ने सोमवार को वाशिंगटन से अलग होकर इजरायल को कुछ हथियारों के निर्यात को निलंबित कर दिया क्योंकि उनका इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय कानून तोड़ने के जोखिम के कारण किया जा सकता था।
दोनों ने लिखा कि हमारी एजेंसियों ने मध्य-पूर्व में कड़े संयम के साथ तनाव को कम करने का काम किया है। हम लगातार गाजा में संघर्ष को कम करने के लिए काम कर रहे हैं। इससे फिलिस्तीनी नागरिकों के जीवन की हानि को रोका जा सकता है। हम लगातार कोशिश कर रहे हैं कि हमास सभी बंधकों को छोड़ दे और दोनों पक्षों के बीच में संधि हो जाए।
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