रूस से युद्ध के बीच यूक्रेन में बार, शादी और होटलों में रेड क्यों करवा रहे जेलेंस्की? युवाओं को अगवा
- रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को ढाई साल से ज्यादा का समय हो गया है। इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडोमिर जेलेंस्की के आदेश पर सेना युवाओं को शादी, बार, रेस्टोरेंट से जबरन घसीटते हुए अपहरण कर अपने साथ ले जा रही है।
रूसी सैनिकों की यूक्रेनी शहरों पर बढ़ते हमलों के बीच यूक्रेनी प्रेजिडेंट वलोडोमिर जेलेंस्की के इशारे पर बार, नाइट क्लब, शादी समारोह और होटल-रेस्टोरेंट में छापेमारी की जा रही है। यूक्रेन के तमाम शहरों में यूक्रेनी सेना और पुलिस की टीम छापेमारी में युवाओं को अगवा कर रही है। इन घटनाओं के वीडियो फुटेज भी सामने आए हैं। युवाओं को सेना के आगे गिड़गिड़ाते हुए देखा जा सकता है। 25 से 60 साल की उम्र के बीच के लोगों को जबरन पकड़ा और घसीटा जा रहा है। इसके पीछे की बड़ी वजह यह है कि रूस से पिछले ढाई साल से युद्ध लड़ते-लड़ते यूक्रेन जवानों की भारी कमी का सामना कर रहा है और अब उसने जबरन भर्ती करनी शुरू कर दी है।
कुछ महीने पहले यू्क्रेनी सरकार ने सेना में भर्ती के लिए युवाओं की उम्र में भी बदलाव किया है। अब 25 से 60 साल की उम्र के बीच के युवा सेना में भर्ती होने के पात्र हैं। इसके साथ ही 18 साल के ऊपर और 60 साल से नीचे उम्र के युवाओं को देश छोड़ने की अनुमति नहीं है। हाल ही में सामने आए फुटेज में कथित तौर पर यूक्रेनी सैन्य भर्ती अधिकारियों को कीव समेत कई शहरों में रेस्तरां, बार और एक शादी समारोह में छापा मारते हुए देखा गया। ये उन युवाओं की तलाश कर रहे हैं, जिन्होंने अभी तक सेना में भर्ती होने के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं किया है।
स्थानीय मीडिया और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शुक्रवार रात को यूक्रेनी रॉक बैंड ओकेन एल्जी के संगीत कार्यक्रम के बाद बाहर निकल रहे लोगों की जांच करते हुए अधिकारी दरवाजों के बाहर तैनात दिखे। कुछ यूक्रेनियों को सेना के अधिकारियों के साथ उलझते हुए गिड़गिड़ाते हुए भी देखा गया। वहीं, सेना के अधिकारी उन्हें घसीटते हुए अपने साथ ले जा रहे थे। रेस्तरां, दुकानों और बार में भी छापे मारे गए, इनमें शॉपिंग सेंटर गुडवाइन और कीव का लोकप्रिय रेस्तरां एवलॉन भी शामिल था। रिपोर्ट्स के अनुसार, सैन्य अधिकारी उन लोगों का पीछा कर रहे हैं, जिनके सैन्य पंजीकरण दस्तावेज सही नहीं थे या वो सेना में भर्ती होना नहीं चाहते हैं।
युद्ध लड़ने के लिए यूक्रेन के पास नहीं बचे जवान
रूस और यूक्रेन के बीच पिछले ढाई साल से अधिक समय से जंग चल रही है। इन महायुद्ध में दोनों तरफ से लाखों की तादाद में सैनिकों की मौत हो चुकी है और अरबों की संपदा और हथियार-गोला बारूद बर्बाद हो चुका है। रूस के साथ यूक्रेन भी सैनिकों की भारी कमी से जूझ रहा है। रूस के मुकाबले कम आबादी होने के कारण यूक्रेन में जवानों की कमी ज्यादा है। सैनिकों की कमी के कारण इसी साल अप्रैल में यूक्रेन ने सेना में भर्ती होने की आयु सीमा 27 वर्ष से घटाकर 25 वर्ष कर दी। पारित नये कानून में यह भी कहा गया है कि सैन्य सेवा के लिए पात्र लोगों को अपनी जानकारी ऑनलाइन प्रणाली में डालनी होगी, अन्यथा उन्हें दंड का सामना करना पड़ेगा।
अपनी ही सरकार से छिपकर रह रहे यूक्रेनी
यूक्रेन में हालात इतने बिगड़ गए हैं कि लोगों को अपनी ही सरकार से छिपकर रहना पड़ रहा है। एक 27 वर्षीय यूक्रेनी ने बताया कि उसने कीव में अधिकारियों को इतना आक्रामक और हिंसक पहले नहीं देखा, उनकी नजरें पुरुषों को ढूंढ रही हैं। उसने एपी से कहा, "हमारे लिए हमेशा खतरे में रहने की स्थिति फिर से वापस आ गई है। उन्होंने पुरुषों के लिए भर्ती होने के डर को बताया। उन्होंने कहा कि युवाओं को जंग में मारे जाने का डर सता रहा है।
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