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रोनाल्डो को फिलिस्तीन का समर्थन भारी पड़ा, इसलिए हुए सब्स्टीट्यूट; तुर्की के राष्ट्रपति का दावा

एर्दोगन को लगता है कि रोनाल्डो को शुरुआती 11 में इसलिए नहीं उतारा गया था क्योंकि उन्होंने फिलिस्तीनी का समर्थन किया था। ना तो पुर्तगाल और ना ही रोनाल्डो की तरफ से कोई बयान आया है।

Amit Kumar लाइव हिन्दुस्तान, अंकाराWed, 28 Dec 2022 05:21 PM
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तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन का एक अजीबो-गरीब बयान इन दिनों चर्चा में है। उनका बयान कतर में खेले गए फीफा विश्व कप के दौरान क्रिस्टियानो रोनाल्डो और पुर्तगाल के प्रदर्शन को लेकर है। एर्दोगन का मानना है कि पुर्तगाल के खराब प्रदर्शन के पीछे फिलिस्तीनी का मुद्दा बड़ी वजह था। रेसेप तईप एर्दोगन ने दावा किया कि क्रिस्टियानो रोनाल्डो को टूर्नामेंट के दौरान एक राजनीतिक प्रतिबंध झेलना पड़ा क्योंकि उन्होंने फिलिस्तीनी का समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि पुर्तगाल की टीम ने रोनाल्डो का सही से इस्तेमाल नहीं किया। 

अल-जजीरा ने रेसेप तैयप एर्दोगन के हवाले से कहा, "उन्होंने रोनाल्डो (की क्षमता) को बर्बाद कर दिया। दुर्भाग्य से, उन्होंने उस पर एक राजनीतिक प्रतिबंध लगाया था।" एर्दोगन ने कहा, "रोनाल्डो जैसे फुटबॉलर को मैच के आखिरी 30 मिनट में मैदान पर भेजने से वह मानसिक रूप से प्रभावित हुए और उनकी ऊर्जा भी खत्म हो गई।" उन्होंने कहा कि रोनाल्डो फिलिस्तीनी के समर्थन में खड़े हैं इसलिए उन्हें राजनीतिक प्रतिबंध झेलना पड़ा। वैसे आपको बता दें कि "रोनाल्डो ने कभी भी इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष पर कोई सार्वजनिक बयान जारी नहीं किया है। 

ना ही रेसेप तैयप एर्दोगन ने अपने दावे के लिए कोई सबूत दिया। हालांकि उन्होंने कई फोटोशॉप की गई तस्वीरें और झूठी रिपोर्टें जरूर साझा कीं। हालांकि, इन खबरों का भी कई बार फैक्ट-चेक किया जा चुका है। हाल ही में, क्रिस्टियानो रोनाल्डो की स्पेनिश में "टुगेदर विद द फिलीस्तीनियों" लिखी एक तस्वीर खूब वायरल हुई थी। हालांकि, बाद में इसे मॉर्फ्ड यानी छेड़छाड़ की गई तस्वीर पाया गया था।

क्या है फीफा वर्ल्ड कप में रोनाल्डो से जुड़ा मामला?

कतर FIFA विश्व कप 2022 में, पुर्तगाल की टीम क्वार्टर फाइनल मैच मोरक्को से हार गई थी। क्रिस्टियानो रोनाल्डो रोते हुए स्टेडियम के बाहर जाते देखा। उन्हें पिच पर भी फूट-फूट कर रोते हुए देखा गया। हालांकि मैच के दौरान, 37 वर्षीय रोनाल्डो को सब्स्टीट्यूट तौर पर इस्तेमाल किया गया था। यानी पुर्तगाल के कोच ने उन्हें शुरुआती 11 खिलाड़ियों में जगह नहीं दी थी। हालांकि अंतिम समय में रोनाल्डो को मैच में उतारा गया लेकिन वे कुछ कमाल नहीं कर पाए और पुर्तगाल 1-0 से हारकर बाहर हो गया। 

अब तुर्की राष्ट्रपति एर्दोगन को लगता है कि रोनाल्डो को शुरुआती 11 में इसलिए नहीं उतारा गया था क्योंकि उन्होंने फिलिस्तीनी का समर्थन किया था। हालांकि अभी तक इस तरह के मुद्दे पर ना तो पुर्तगाल और ना ही रोनाल्डो की तरफ से कोई बयान आया है। 

एर्दोगन को लगता है कि रोनाल्डो को शुरुआती 11 में इसलिए नहीं उतारा गया था क्योंकि उन्होंने फिलिस्तीनी का समर्थन किया था। हालांकि अभी तक इस तरह के मुद्दे पर ना तो पुर्तगाल और ना ही रोनाल्डो की तरफ से कोई बयान आया है। 

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