इजरायल-हमास के बीच सीजफायर 2 दिन के लिए बढ़ा, अब और बंधकों के रिहा होने की जगी उम्मीद
अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थ गाजा में संघर्ष-विराम को बढ़ाने के लिए दबाव डालते रहे जो सोमवार को समाप्त होने वाला था। इस संघर्ष विराम ने पिछले कुछ दशकों में सबसे घातक इजरायली-फिलिस्तीनी हिंसा को रोक दिया है।

इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम को अगले 2 दिन के लिए बढ़ाने पर सहमति बन गई है। कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सोमवार को यह जानकारी दी। मालूम हो कि इजरायल और हमास के बीच सीजफायर के लिए बातचीत में मिस्र के साथ कतर प्रमुख मध्यस्थ रहा है। यह घोषणा युद्धरत पक्षों के बीच 4 दिवसीय संघर्ष विराम के अंतिम दिन की गई है। कतरी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल अंसारी ने एक्स पर कहा, 'गाजा पट्टी में मानवीय संघर्ष विराम को अतिरिक्त दो दिनों के लिए बढ़ाने पर समझौता हुआ है।'
अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थ गाजा में संघर्ष-विराम को बढ़ाने के लिए दबाव डालते रहे जो सोमवार को समाप्त होने वाला था। इस संघर्ष विराम ने पिछले कुछ दशकों में सबसे घातक इजरायली-फिलिस्तीनी हिंसा को रोक दिया है। इजरायल की ओर से कैद फिलिस्तीनियों की रिहाई के बदले हमास चरमपंथियों द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को छोड़ने के चौथे चरण के लिए दोनों पक्ष तैयार हैं। इजरायल ने कहा कि वह हर 10 अतिरिक्त बंधकों के लिए संघर्ष विराम को एक दिन बढ़ाएगा। हमास ने यह भी कहा कि उसे अमेरिका, कतर और मिस्र की मध्यस्थता में हुई कई सप्ताह की बातचीत के बाद शुक्रवार को प्रभाव में आए चार दिन के संघर्ष विराम के बढ़ने की उम्मीद है।
हमास की सैन्य क्षमताओं को कुचलना चाहता है इजरायल
हालांकि, इजरायल का कहना है कि वह हमास की सैन्य क्षमताओं को कुचलने और गाजा पर उसके 16 साल के शासन को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसका मतलब तबाह हुए उत्तरी गाजा से लेकर दक्षिण तक जमीनी हमले का विस्तार हो सकता है, जहां सैकड़ों हजारों फिलिस्तीनियों ने संयुक्त राष्ट्र के आश्रयगृहों में शरण ली है और जहां संघर्ष-विराम के तहत सहायता वितरण में तेजी के बावजूद गंभीर स्थितियां बनी हुई हैं। अब तक 62 बंधकों को रिहा किया जा चुका है, एक को इजरायली बलों ने मुक्त कराया, वहीं दो गाजा में मृत मिले हैं।
कैदियों की तीसरी अदला-बदली
हमास ने रविवार को 14 इजरायलियों समेत 17 और बंधकों को मुक्त कर दिया था। चार दिन के युद्ध-विराम के तहत यह बंधकों और कैदियों की तीसरी अदला-बदली है। इजरायल ने भी बदले में 39 फलस्तीनी कैदियों को रिहा किया है। अधिकतर बंधक शारीरिक रूप से स्वस्थ लगते हैं, लेकिन 84 वर्षीय एल्मा एव्राहम को सही से देखभाल नहीं मिल पाने के कारण हवाई मार्ग से इजरायल के सोरोका चिकित्सा केंद्र लाया गया। अस्पताल ने यह जानकारी दी। रविवार को रिहा किए गए लोगों में 9 बच्चे और तीन थाई नागरिक शामिल हैं। कुल 17 लोगों की रिहाई के साथ, थाईलैंड ने कहा कि वह शेष 15 थाई बंधकों की सुरक्षित वापसी का प्रयास कर रहा है, जो चरमपंथी समूह की ओर से रखे गए विदेशियों का सबसे बड़ा समूह है। इजरायल में काम करने वाले थाईलैंड के लोग ज्यादातर अर्द्ध-कुशल खेतिहर मजदूर के रूप में कार्यरत हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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