हिंसा के बीच सूडान में मची लूटपाट, कर्नाटक आदिवासी समुदाय के कई लोग फंसे; एडवाइजरी जारी
सूडान की राजधानी खार्तूम में जारी व्यापक हिंसा के बीच वहां भारतीय दूतावास ने सोमवार को भी जारी अपने ताजा परामर्श में भारतीयों से अपने घरों से बाहर नहीं निकलने एवं शांत रहने को कहा था।
अफ्रीकी देश सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों में जारी भीषण लड़ाई के बीच लूटपाट शुरू हो गई है। कई घरों में लोगों ने घुसकर लूटपाट मचाई है। दारफुर शहर में सेव द चिल्ड्रन के दफ्तरों से लुटेरों ने बच्चों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों सहित रेफ्रिजरेटर, लैपटॉप और कारें चुरा लीं। यही नहीं लुटेरों ने सराकारी खजाने से जुड़े दफ्तरों, स्थानीय मामलों, शिक्षा और सीमा शुल्क मंत्रालयों के दफ्तरों में भी लूटपाट मचाई है। लुटेरों ने यूनिसेफ के परिसरों के साथ-साथ अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों को भी लूटा है।
इस बीच लूटपाट के बीच भारतीय दूतावास ने अपने लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है। सूडान की राजधानी खार्तुम में स्थित भारतीय दूतावास ने अपने ट्विटर पर लिखा, "लूटपाट की कई घटनाएं हमारे सामने आ चुकी हैं। सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि कृपया बाहर न निकलें। कृपया अपनी राशन की आपूर्ति सुनिश्चित कर लें। अभी कुछ दिन और यह स्थिति बनी रह सकती है। कृपया अपने पड़ोसियों से मदद लेने की कोशिश करें। कृपया घर पर रहें और सुरक्षित रहें।" सूडान की राजधानी खार्तूम में जारी व्यापक हिंसा के बीच वहां भारतीय दूतावास ने सोमवार को भी जारी अपने ताजा परामर्श में भारतीयों से अपने घरों से बाहर नहीं निकलने एवं शांत रहने को कहा था।
कर्नाटक आदिवासी समुदाय के कई लोग फंसे
कर्नाटक में एक आदिवासी समुदाय के कम से कम 31 लोग सूडान में फंसे। कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) के आयुक्त डॉ. मनोज राजन ने कहा कि उन्होंने विदेश मंत्रालय से सूडान में भारतीय दूतावास की मदद से हक्की पिक्की समुदाय के लोगों के बचाव की प्रक्रिया को तेज करने का आग्रह किया है।
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, राजन ने कहा, "हमें संदेश मिला है कि कर्नाटक के 31 लोगों का एक समूह सूडान में फंसा हुआ है। हमने विदेश मंत्रालय को इसकी जानकारी दे दी है। हमने समूह से भारतीय दूतावास के निर्देशों का पालन करने को कहा है। अब तक फंसे हुए लोग जहां हैं वहीं रहें और बाहर न निकलें। विदेश मंत्रालय इस मामले को देख रहा है और इस पर काम कर रहा है।"
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ट्विटर पर लिखा, "सूडान में हक्की पिक्की पिछले कुछ दिनों से बिना भोजन के फंसे हुए हैं और सरकार ने अभी तक उन्हें वापस लाने के लिए कार्रवाई शुरू नहीं की है। भाजपा सरकार को तुरंत राजनयिक चर्चा शुरू करनी चाहिए और हक्की पिक्कीस की भलाई सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से संपर्क करना चाहिए।" उन्होंने आगे कहा, "यह बताया गया है कि हक्की पिक्की जनजाति के कर्नाटक के 31 लोग सूडान में फंसे हुए हैं जो गृहयुद्ध से परेशान हैं। मैं @PMOIndia @narendramodi, @HMOIndia, @MEAIndia और @BSBommai से तुरंत हस्तक्षेप करने और उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का आग्रह करता हूं।"
सूडानी सेना ने अक्टूबर 2021 में तख्तापलट कर सत्ता पर कब्जा कर लिया था और तब से वह एक संप्रभु परिषद के माध्यम से देश चला रही है। सूडान पर नियंत्रण को लेकर देश की सेना तथा एक शक्तिशाली अर्द्धसैनिक बल के बीच सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी संघर्ष जारी रहा और पिछले दो दिन में इस संघर्ष में 97 आम लोगों की मौत हुई है।
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