इजरायल के खिलाफ लंदन से इस्लामाबाद तक उतरे मुसलमान, ऋषि सुनक से क्या डिमांड
दुनियाभर में मुस्लिम इजरायल के खिलाफ अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। फ़िलिस्तीनियों के प्रति समर्थन दिखाने के लिए यूरोप, पश्चिम एशिया और एशिया के शहरों में सैकड़ों-हज़ारों प्रदर्शनकारी रैली निकाल रहे हैं।

Protest against Israel- इजरायल और हमास के बीच चल रहे महायुद्ध में मरने वालों की संख्या 8000 पार कर गई है। इस भयंकर लड़ाई में हमास ने भले ही जंग की शुरुआत की हो लेकिन, इजरायली सेना अब गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर कहर बनकर टूट रही है। दर्जनों हमास नेताओं को ढेर कर चुकी सेना धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है। उधर, दुनियाभर में मुस्लिम लोग इजरायली सेना के खिलाफ अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। फ़िलिस्तीनियों के प्रति समर्थन दिखाने के लिए यूरोप, पश्चिम एशिया और एशिया के शहरों में सैकड़ों-हज़ारों प्रदर्शनकारी रैली निकाल रहे हैं। लंदन में प्रदर्शनकारियों ने पीएम ऋषि सुनक से युद्ध विराम की अपील की है।
इज़रायल की सेना ने गाजा पट्टी पर अपने हवाई और ज़मीनी हमले को बढ़ा दिया है। रविवार को पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ जंग में दूसरे और महत्वपूर्ण चरण का ऐलान किया। उधर, दुनियाभर में कई जगहों पर फिलिस्तीन के समर्थन में रैलियां निकल रही हैं। इस्लामाबाद, मलेशिया, इस्तांबुल और न्यूजीलैंड के बाद लंदन में बड़ी संख्या में लोग मार्च लगाते हुए दिखाई दिए। लोगों ने पीएम ऋषि सुनक की सरकार से युद्धविराम की मांग की है।
इजरायल के खिलाफ आक्रोश
लंदन में प्रदर्शनकारी ने कहा, "महाशक्तियां पर्याप्त प्रयास नहीं कर रही हैं। हम युद्धविराम का आह्वान कर रहे हैं। फिलिस्तीनी अधिकारों, अस्तित्व के अधिकार, जीने के अधिकार, मानवाधिकारों, हमारे सभी अधिकारों की मांग कर रहे हैं।" उधर, मलेशिया में कुआलालंपुर में अमेरिकी दूतावास के बाहर प्रदर्शनकारियों की बड़ी भीड़ ने नारे लगाए।
उधर, पाकिस्तान की मुख्य राजनीतिक-धार्मिक पार्टी के हजारों समर्थकों ने भी रविवार को इस्लामाबाद में अमेरिका विरोधी नारे लगाते हुए रैली की और अमेरिका पर "आक्रामक का समर्थन करने" का आरोप लगाया। इस्तांबुल में एक विशाल रैली में समर्थकों को संबोधित करते हुए तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने कहा कि इज़रायल आक्रमणकर्ता है और हमास के आतंकवादी संगठन नहीं होने के बारे में अपना रुख दोहराया।
हमास आतंकियों को कहा स्वतंत्रता सेनानी
इस सप्ताह हमास को "स्वतंत्रता सेनानी" कहने पर तुर्की के राष्ट्रपति को इजरायल से तीखी फटकार मिली है। उधर, इराकियों ने भी बगदाद और इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में एक रैली में हिस्सा लिया। हेब्रोन में फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों ने इजरायली उत्पादों के वैश्विक बहिष्कार का आह्वान किया। उन्होंने नारा लगाया, "फिलिस्तीन के बच्चों की हत्या में योगदान न दें।" लोग कोपेनहेगन, रोम और स्टॉकहोम में भी सड़कों पर उतर आए।
बता दें कि युद्ध शुरू होने के बाद से फ्रांस के कुछ शहरों ने रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस डर से कि लोगों में भय पैदा हो गया है। उधर, पेरिस में प्रतिबंध के बावजूद शनिवार को एक रैली हुई। दक्षिणी शहर मार्सिले में भी कई सौ लोगों ने मार्च किया। वहीं, न्यूज़ीलैंड की राजधानी वेलिंग्टन में हज़ारों लोगों ने फ़िलिस्तीनी झंडे और "फ़्री फ़िलिस्तीन" लिखी तख्तियां लेकर संसद भवन की ओर मार्च किया।
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