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सीमा पर जानी दुश्मन, फिर भी चीन के साथ व्यापार बढ़कर 125 अरब डॉलर के पार

दशकों से चली आ रही कड़वाहट के बावजूद भारत और चीन के बीच व्यापार लगातार बढ़ रहा है। चीन के मुताबिक, साल 2021 में दोनों देशों के बीच व्यापार 125 बिलियन डॉलर तक पहुंचा जो पिछले वर्ष की तुलना में...

Gaurav Kala हिन्दुस्तान टाइम्स, नई दिल्लीFri, 14 Jan 2022 01:54 PM
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दशकों से चली आ रही कड़वाहट के बावजूद भारत और चीन के बीच व्यापार लगातार बढ़ रहा है। चीन के मुताबिक, साल 2021 में दोनों देशों के बीच व्यापार 125 बिलियन डॉलर तक पहुंचा जो पिछले वर्ष की तुलना में 43.3 प्रतिशत अधिक है। ये आंकड़े इसलिए भी हैरान कर देने वाले हैं कि चीन अभी भी अमेरिका को पछाड़ते हुए व्यापार में भारत का सबसे बड़ा दोस्त बना हुआ है।

चीनी सीमा शुल्क डेटा ने शुक्रवार को बताया कि दशकों से द्विपक्षीय संबंधों में बड़ी कड़वाहट के बावजूद भारत और चीन के बीच व्यापार 2021 में रिकॉर्ड स्तर 125 बिलियन डॉलर पार कर गया। साल 2021 में भारत और चीन के बीच दोतरफा व्यापार 125.66 बिलियन डॉलर रहा, जो 2020 से 43.3 प्रतिशत अधिक है। 2021 में द्विपक्षीय व्यापार 87.6 बिलियन डॉलर था।

जनरल एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ कस्टम्स (जीएसी) द्वारा जारी आंकड़ों और टैब्लॉइड, ग्लोबल द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 2021 में भारत में चीन का निर्यात 97.52 बिलियन डॉलर था, जो 46.2 प्रतिशत अधिक है, जबकि चीन ने भारत से 28.14 बिलियन डॉलर मूल्य के सामान का आयात किया, जो 34.2 प्रतिशत अधिक है।

भारत ने शिकायत की है कि चीन ने वादों के बावजूद भारतीय कंपनियों को फार्मास्यूटिकल्स जैसे क्षेत्रों तक पहुंच नहीं दी है। जीएसी के अनुसार, भारत 2021 में चीन का 15वां सबसे बड़ा व्यापार भागीदार था। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, "विश्लेषकों ने व्यापार में वृद्धि के लिए दोनों देशों की औद्योगिक श्रृंखलाओं के पूरक पहलुओं को जिम्मेदार ठहराया। उदाहरण के लिए, भारतीय दवा उद्योग द्वारा उपयोग किए जाने वाले लगभग 50-60 प्रतिशत रसायन और अन्य सामग्री चीन से आयात किया गया।"

2017 के बाद से उबर रहा व्यापार घाटा 
2020 में भारत-चीन व्यापार 5.6 प्रतिशत घटकर 87.6 बिलियन डॉलर हो गया था, जो 2017 के बाद सबसे कम है। लेकिन चीन अभी भी अमेरिका को पछाड़कर पिछले साल भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बना। चीनी कंपनियों ने कोरोनोवायरस महामारी की विनाशकारी दूसरी लहर के बाद वर्ष की पहली छमाही में भारत से चिकित्सा उपकरणों की मांग में वृद्धि देखी।

क्या कहती है चीनी रिपोर्ट
चीनी रिपोर्ट में कहा गया है कि द्विपक्षीय तनाव के बीच 'व्यापार डाटा' इस बात का एक और सबूत है कि भारत चीनी बाजार पर अपनी निर्भरता को कम करने में असमर्थ है। भारतीय और चीनी सीमा सैनिकों को मई 2020 से पूर्वी लद्दाख में सीमा गतिरोध में बंद कर दिया गया है। यह घटना उस वक्त की है जब पैंगोंग झील क्षेत्र में एक हिंसक झड़प के कारण दोनों पक्षों के बीच बड़ा संघर्ष देखने को मिला था। सैन्य और राजनयिक वार्ता के कई दौरों के बावजूद अब तक केवल आंशिक रूप से सैनिकों को हटाया जा सका है।

अमेरिका और चीन के बीच व्यापार 755 बिलियन डॉलर पहुंचा
इससे इतर, जीएसी डाटा ने शुक्रवार को बताया कि चीन और अमेरिका के बीच व्यापार 28.7 प्रतिशत बढ़ गया और 2021 में दोनों देशों के बीच 755.6 बिलियन डॉलर का व्यापार हुआ। अमेरिका को चीन का निर्यात 2021 में 27.5 प्रतिशत बढ़ा, जबकि आयात 32.7 प्रतिशत बढ़कर 179.53 अरब डॉलर पर पहुंच गया। ग्लोबल टाइम्स ने बताया कि अमेरिका ने आसियान और यूरोपीय संघ के बाद चीन को तीसरे सबसे बड़े व्यापार भागीदार के रूप में रखा है।
 

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