सिर्फ 200 की आबादी वाले यूक्रेनी गांव के लिए पुतिन ने झोंकी पूरी ताकत, क्यों अहम यह जीत
- रूसी सेना ने एक नए यूक्रेनी गांव पर कब्जा कर लिया है। यह घटनाक्रम तब सामने आया है, जब पुतिन ने ट्रंप के 30 दिनी सीजफायर का प्रस्ताव यह कहते हुए ठुकरा दिया कि पहले जेलेंस्की को उनके पद से हटाओ।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 30 दिनी सीजफायर प्रस्ताव को ठुकराकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की को पद से हटाने की मांग कर चुके हैं। इस बीच रूस ने यूक्रेन के छोटे से गांव ज़ापोरिझ्झिया गांव पर कब्जा कर लिया है। रूस ने इस जीत के लिए हथियारों और सेना की पूरी ताकत झोंक दी। इसे पुतिन के लिए एक बड़ी रणनीतिक और प्रचारात्मक विजय मानी जा रही है। इस गांव की आबादी संघर्ष से पहले केवल 200 लोग थी, लेकिन इस छोटे से गांव पर कब्जा रूस के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है, खासकर जब यह यूक्रेन के एक अहम क्षेत्र के नजदीक स्थित है। सैन्य विश्लेषकों के अनुसार, यह कदम सैन्य दृष्टिकोण से कम महत्वपूर्ण हो सकता है, लेकिन प्रचार और मनोबल बढ़ाने के लिहाज से यह रूस के लिए बड़ी जीत है।
रूस ने रविवार को घोषणा की कि उसकी सेनाओं ने यूक्रेन के ड्नीप्रोपेत्रोव्स्क क्षेत्र की सीमा से महज सात किलोमीटर (चार मील) दूर स्थित एक गांव पर कब्जा कर लिया है। रूस के अनुसार, यह क्षेत्र तीन साल से युद्ध का केंद्र बना हुआ था, लेकिन यह पहली बार है जब रूसी सेनाएं इस सीमा के नजदीक पहुंची हैं।
पहले जेलेंस्की को हटाओ, पुतिन ने खारिज किया ट्रंप का प्रस्ताव
यूक्रेनी संघर्ष को समाप्त करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई बार पहल की है, लेकिन उनके प्रशासन ने दोनों पक्षों के बीच कोई महत्वपूर्ण ब्रेकथ्रो हासिल नहीं किया है। इस बीच, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन और अमेरिका द्वारा प्रस्तावित 30 दिन की संघर्षविराम योजना को खारिज कर दिया है और इस हफ्ते सुझाव दिया है कि शांति प्रक्रिया के तहत यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की को पद से हटा दिया जाए।
यह स्थिति रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ का संकेत हो सकती है, और युद्ध की दिशा को प्रभावित कर सकती है।
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