यूक्रेन जीतने का सपना देख रहे पुतिन, अपना इलाका बचाने में ही फंसे; रूसी जनरल ने खोल दी पोल
- एक तरफ पुतिन यूक्रेन जीतने का सपना देख रहे हैं, दूसरी तरफ युद्ध के मैदान में उनके लिए अच्छी खबर नहीं है। रूसी जनरल ने दावा किया कि उनकी सेना ने अभी तक कुर्स्क क्षेत्र पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं पाया है।

सऊदी अरब में बिना यूक्रेनी प्रेजिडेंट वलोडोमिर जेलेंस्की की मौजूदगी के व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सबकुछ तय कर लिया। चर्चा तो यूक्रेन में चुनाव को लेकर भी हो रही है। कूटनीतिक रूप से पुतिन बढ़त बनाए हुए हैं और यूक्रेन जीतने का सपना देख रहे हैं, लेकिन युद्ध के मैदान में बाजी पुतिन के पक्ष में उतनी नहीं दिख रही। रूसी जनरल ने गुरुवार को खुलासा किया कि रूसी सेना अभी भी अपने ही इलाके को पाने में संघर्ष कर रही है। रूस के कुर्स्क क्षेत्र में पुतिन की सेना एक साल के संघर्ष और नॉर्थ कोरियाई सैनिकों की मदद के बावजूद भी सिर्फ 64 प्रतिशत हिस्सा हासिल कर पाई है।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में रूस हालांकि यूक्रेनी शहरों पर धीरे-धीरे बढ़त ले रहा है, लेकिन अपने इलाके को पाने में अभी भी पूरी तरह सफल नहीं हो पाया है। रूसी जनरल स्टाफ के प्रमुख कर्नल जनरल सर्गेई रुडस्कोई के अनुसार, रूस की सेना ने पश्चिमी रूस के कुर्स्क क्षेत्र में 800 वर्ग किलोमीटर (309 वर्ग मील) से अधिक क्षेत्र पर फिर से कब्जा कर लिया है। यह उस कुल क्षेत्र का लगभग 64 प्रतिशत है, इसे यूक्रेन ने पिछले साल आक्रमण शुरू होने के बाद अपने नियंत्रण में ले लिया था।
डोनेट्स्क, ज़ापोरिज्जिया और खेरसॉन पर रूस का दबदबा
रुडस्कोई ने आगे बताया कि रूस अब यूक्रेन के डोनेट्स्क, ज़ापोरिज्जिया और खेरसॉन क्षेत्रों के 75 प्रतिशत हिस्से पर नियंत्रण स्थापित कर चुका है। इसके अलावा, लुहान्स्क क्षेत्र का 99 प्रतिशत से अधिक हिस्सा भी अब पूरी तरह से रूसी सेना के कब्जे में है।
कुछ यूक्रेनी इलाकों पर रूस का पूरा नियंत्रण
रुडस्कोई ने यह भी दावा किया कि ये चारों क्षेत्र अब कानूनी रूप से रूस का हिस्सा बन चुके हैं और इन्हें यूक्रेन को कभी वापस नहीं किया जाएगा। यह बयान दर्शाता है कि रूस अपने कब्जे वाले क्षेत्रों को लेकर कोई समझौता करने के मूड में नहीं है और इस संघर्ष का हल केवल युद्ध के मैदान में ही निकलेगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।