Hindi Newsविदेश न्यूज़PTI leader Omar Ayub slammed PM Shehbaz Sharif calling him servant with no power

नौकर बन गए हैं शहबाज शरीफ, उनके पास कोई पावर नहीं, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को किसने सुनाया

  • रिपोर्ट के अनुसार, शहबाज शरीफ ने मंत्रिमंडल की बैठक को संबोधित किया और कहा कि सरकार इमरान खान की पार्टी के साथ बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए संसदीय समिति गठित करने को तैयार है।

Niteesh Kumar लाइव हिन्दुस्तानSat, 1 Feb 2025 09:35 AM
share Share
Follow Us on
नौकर बन गए हैं शहबाज शरीफ, उनके पास कोई पावर नहीं, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को किसने सुनाया

पाकिस्तान नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) नेता उमर अयूब ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पर जमकर निशाना साधा। शरीफ की आलोचना करते हुए अयूब ने उन्हें बिना शक्ति वाला नौकर कह दिया। उमर अयूब ने मौजूदा पीएम की भूमिका को नौकर या क्लर्क के तौर पर पेश किया और दावा किया कि उनके पास कोई वास्तविक शक्ति नहीं है। विपक्ष के नेता का यह पीटीआई और सरकार के बीच बाचतीच विफल रहने के बाद आया। अयूब का बयान पाकिस्तानियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।

ये भी पढ़ें:देश छोड़कर भाग रहे पाकिस्तानी, समुद्र में डूबकर सैकड़ों की मौत; जागी शहबाज सरकार
ये भी पढ़ें:छोटे कपड़ों में रील बनाती थी बेटी, मार दी गोली; पाक में घिनौने कांड के बाद पिता

पीटीआई प्रमुख ने सरकार के साथ रुकी हुई बातचीत संसदीय समिति के माध्यम से फिर से शुरू करने की पेशकश को खारिज कर दिया। रिपोर्ट के अनुसार, शहबाज ने गुरुवार को मंत्रिमंडल की बैठक को संबोधित किया और कहा कि सरकार इमरान खान की पार्टी के साथ बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए संसदीय समिति गठित करने को तैयार है। इमरान की ओर से गठित पार्टी ने 9 मई 2023 और 26 नवंबर 2024 की घटनाओं की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन न करने पर बातचीत बंद कर दी है।

बातचीत शुरू करने की पेशकश खारिज

नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता उमर अयूब खान ने कहा, ‘हम प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की बातचीत फिर से शुरू करने की पेशकश को खारिज करते हैं।’ पार्टी की मांगों को दोहराते हुए अयूब ने कहा कि हमारी मांगें स्पष्ट हैं। उन्होंने सभी राजनीतिक कैदियों की रिहाई की अपील की। सरकार और इमरान खान की पार्टी के बीच बहुचर्चित वार्ता पिछले सप्ताह उस वक्त अटक गई, जब पार्टी जेल में बंद अपने संस्थापक के निर्देश पर वार्ता से बाहर निकल गई। विपक्ष ने मंगलवार को चौथे दौर की बैठक में भी भाग नहीं लिया। इसे लेकर कहा गया कि बातचीत छोड़ने के फैसले की समीक्षा 9 मई 2023 और 26 नवंबर 2024 की घटनाओं की जांच के लिए न्यायिक आयोगों के गठन के बाद ही की जा सकती है।

(एजेंसी इनपुट के साथ)

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें