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ब्रिक्स समिट में पुतिन से मिलेंगे मोदी, क्या चीनी राष्ट्रपति से भी होगी मुलाकात; 10 बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को रूस रवाना हो गए। वह कजान में ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे हुए हैं। मोदी ने कहाकि वह शिखर सम्मेलन में विभिन्न विषयों पर व्यापक चर्चा को लेकर आशान्वित हैं।

Deepak लाइव हिन्दुस्तान, मॉस्कोTue, 22 Oct 2024 12:55 PM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को रूस रवाना हो गए। वह कजान में ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे हुए हैं। मोदी ने कहाकि वह शिखर सम्मेलन में विभिन्न विषयों पर व्यापक चर्चा को लेकर आशान्वित हैं। उन्होंने कहाकि भारत ब्रिक्स के भीतर करीबी सहयोग को महत्व देता है जो वैश्विक विकासात्मक एजेंडा, बहुपक्षवाद, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक सहयोग, लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं का निर्माण, सांस्कृतिक और लोगों से लोगों को जोड़ने आदि से जुड़े मुद्दों पर बातचीत और चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है। गौरतलब है कि यह साल 2024 में मोदी की दूसरी रूस यात्रा है। इससे पहले वह जुलाई में 22वें भारत-रूस सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे थे। आइए जानते हैं ब्रिक्स सम्मेलन से क्या उम्मीदें हैं...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कजान में सम्मेलन से इतर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात करेंगे। इसके अलावा उम्मीद है कि इस दौरान पीएम मोदी ब्रिक्स सदस्य देशों और अन्य नेताओं के साथ भी द्विपक्षीय बैठक करेंगे। पीएमओ ने एक बयान में कहाकि भारत ब्रिक्स के भीतर करीबी सहयोग को महत्व देता है। यह मंच वैश्विक विकास एजेंडा, सुधारित बहुपक्षवाद, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक सहयोग, लचीली आपूर्ति श्रृंखला बनाने, सांस्कृतिक और लोगों से लोगों को जोड़ने आदि से जुड़े मुद्दों पर बातचीत और चर्चा के लिए काफी अहम है।

चीन के विदेश मंत्रालय ने कहाकि राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि जिनपिंग और मोदी के बीच मुलाकात होगी या नहीं। भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक पीएम मोदी ब्रिक्स सदस्यों और सम्मेलन में आमंत्रित अन्य देशों के नेताओं से मुलाकात करेंगे। हालांकि किसी नेता का नाम नहीं लिया गया है।

2024 में रूस की अध्यक्षता के दौरान ब्रिक्स के संस्थागत विकास से संबंधित दो प्रमुख गतिविधियां अहम हैं। यह हैं आमंत्रित देशों का पूर्ण सदस्यों के रूप में एकीकरण और संभावित भागीदार देशों का विकास। रूस में भारतीय राजदूत, विनय कुमार ने जोर देकर कहाकि भारत ब्रिक्स का फाउंडिंग मेम्बर है। यह ग्रुप के आर्थिक सहयोग और बुनियादी सिद्धांतों को लेकर पूरी तरह से कमिटेड है।

यूक्रेन में शुरू किए गए युद्ध के बाद यह पहला मौका है जब रूस में ऐसा सम्मेलन हो रहा है। रूसी राष्ट्रपति यह दिखाने की कोशिश करेंगे कि पिछले ढाई साल में मॉस्को को अलग-थलग करने के पश्चिमी देशों के प्रयास नाकाम रहे हैं। अमेरिका ने इस धारणा को खारिज कर दिया है कि ब्रिक्स जियोपॉलिटिक राइवल के रूप में उभर सकता है। लेकिन उसने यूक्रेन में चल रहे संघर्ष के बीच मॉस्को द्वारा अपने राजनयिक प्रभाव का लाभ उठाने के बारे में चिंता व्यक्त की है।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अप्रैल 2022 के बाद से रूस की अपनी पहली यात्रा कर रहे हैं। उशाकोव द्वारा साझा किए गए एक कार्यक्रम के अनुसार, वह गुरुवार को पुतिन के साथ बैठक करेंगे।

ब्रिक्स समूह अब दुनिया की 45 प्रतिशत आबादी और 35 प्रतिशत अर्थव्यवस्था का प्रतिनिधित्व करता है। इसे क्रय शक्ति समानता द्वारा मापा जाता है, हालांकि चीन अपनी आर्थिक ताकत का आधे से अधिक हिस्सा है।

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