'मेरे पिता को मार दिया गया', नेतन्याहू पर भड़क गए इजरायली लोग, बोलने तक नहीं दिया; देखें VIDEO
- अपनों की रिहाई का इंतजार कर रहे इजरायलियों का सब्र लगातार टूट रहा है। रविवार को जब पीएम बेंजामिन नेतन्याहू समारोह में भाषण दे रहे थे, तो लोग उन पर चिल्लाने लगे। इसका वीडियो भी सामने आया है।
हमास आतंकियों के खिलाफ इजरायल की जंग को एक साल से अधिक का वक्त हो गया है। इजरायली सेना हमास की कमर तोड़ चुकी है, ज्यादातर आतंकियों को जहन्नुम पहुंचा चुकी है, लेकिन अभी तक इजरायलियों की रिहाई का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया है। अनुमान के मुताबिक, 100 के करीब लोग अभी भी हमास की कैद में हैं। अपनों की रिहाई का इंतजार कर रहे इजरायलियों का सब्र लगातार टूट रहा है। रविवार को जब पीएम बेंजामिन नेतन्याहू समारोह में भाषण दे रहे थे, तो लोग उन पर चिल्लाने लगे। करीब एक मिनट तक नेतन्याहू चुप रहे और प्रदर्शनकारियों ने उन्हें बोलने नहीं दिया।
रविवार को 7 अक्टूबर की श्रद्धांजलि समारोह के दौरान हमास हमले के पीड़ितों के चीखते-चिल्लाते रिश्तेदारों ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को बोलने नहीं दिया। भाषण का लाइव प्रसारण किया गया था। मिली जानकारी के अनुसार, जेरूसलम में आयोजित समारोह के दौरान नेतन्याहू मंच पर खड़े रहे, जबकि भीड़ में मौजूद लोग उन पर चिल्ला रहे थे, जिसके कारण करीब एक मिनट तक मंच पर हंगामा मचा रहा। प्रदर्शनकारियों में से एक बार-बार चिल्ला रहा था, "मेरे पिता को मार दिया गया"।
गाजा से बंधकों को छुड़ाने में अभी भी नाकाम
नेतन्याहू प्रशासन पर गाजा में अभी भी बंदियों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए समझौता करने हेतु अधिक प्रयास करने का सार्वजनिक और कूटनीतिक दबाव रहा है। लोगों का आरोप है कि सरकार गाजा में उनके रिश्तेदारों को वापस लाने का पूरा प्रयास नहीं कर रही है। हालांकि, इसके लिए मोसाद प्रमुख डेविड बार्निया रविवार को दोहा जाएंगे, जहां वे गाजा में बंधकों की रिहाई के लिए वार्ता को पुनः शुरू किया जाएगा।
सिनवार के खात्मे के बाद बंधकों की रिहाई के मार्ग खुले
इजरायल-हमास युद्ध को करीब से जानने वालों का कहना है कि याह्या सिनवार की मौत के बाद हमास और इजरायल के बीच वार्ता के मार्ग खुल गए हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि, इजरायल लगातार आरोप लगाता रहा है कि सिनवार इजरायल से डील में बिल्कुल भी इंटरेस्टेड नहीं था। अब उसकी मौत के बाद जब हमास का कोई बड़ा लीडर जिंदा नहीं है तो हमास से डील का अच्छा मौका है। हमास पहले ही इजरायल से वार्ता के लिए अपनी दो शर्तों पर अडिग रहा है- पहला पूर्ण युद्धविराम और इजरायली सैनिकों की गाजा से वापसी। इजरायल में आलोचकों ने भी नेतन्याहू पर युद्धविराम और बंधक-मुक्ति समझौते के लिए मध्यस्थता में बाधा डालने का भी आरोप लगाया है।
बंधकों में से 34 की मौत?
इजरायली और अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि गाजा में हमास अधिकतर इजरायली बंधकों को मार चुका है। आंकड़ों के अनुसार, हमास के पास अभी भी 97 बंधक हो सकते हैं। जिनमें से 34 के बारे में इजरायली सेना का कहना है कि वे मर चुके हैं। इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा है कि सैन्य कार्रवाई से देश के युद्ध लक्ष्य पूरे नहीं होंगे, जिनमें बंधकों को वापस लाना भी शामिल है। गैलेंट ने हमास हमले की बरसी पर भाषण में कहा था, "सभी उद्देश्य केवल सैन्य अभियानों के माध्यम से प्राप्त नहीं किए जा सकते। अपने बंधकों को घर वापस लाने के अपने नैतिक कर्तव्य को पूरा करने के लिए कुछ रियायतें देनी होंगी।"
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