गाजा युद्ध के बीच भ्रष्टाचार के मामले में फंसे नेतन्याहू, अगले महीने कोर्ट में होंगे पेश, क्या है मामला?
- Netanyahu corruption case: इजरायली अधिकारियों ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू पर आरोप लगाया कि उन्होंने व्यापारियों से महंगे सिगार, शैंपेन,कंगन,बैग और लक्जरी कपड़े लिए थे। इसके बदले उन्होंने कथित तौर पर जांच और न्यायिक कार्यवाही में हस्तक्षेप किया था।
गाजा और लेबनान में दोतरफा युद्ध लड़ रहे इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अपने घर में ही घिरते हुए नजर आ रहे हैं। अपने ऊपर चल रहे भ्रष्टाचार के मुकदमें को लगातार टालने की कोशिश करते नेतन्याहू को अब 2 दिसंबर को कोर्ट के सामने पेश होना ही पड़ेगा। दरअसल, नेतन्याहू लगातार गाजा और अन्य जगहों पर जारी युद्धों का हवाला देते हुए इस मुकदमें में समय मांग रहे थे। लेकिन अब कोर्ट ने उनको और समय देने से मना कर दिया है।
चैनल 12 की एक रिपोर्ट में प्रधानमंत्री के सहयोगी अमित सहगल ने बताया कि पीएम नेतन्याहू अब और समय नहीं मांग रहे हैं। वह 2 दिसंबर को कोर्ट में पेश होकर अपना पक्ष रखेंगे। कथित तौर पर नेतन्याहू की टीम लगातार मुकदमें को टाल रही है। उनकी टीम की तरफ से लगातार कहा जा रहा था कि पीएम अपने मुकदमें में देने वाली गवाही की तैयारी नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि कोर्ट की तरफ से कहा गया है कि नेतन्याहू को इस मामले में पर्याप्त समय दिया गया है। इस मामले के सुनवाई जुलाई के महीने से ही पेंडिंग है।
क्या है मामला?
इजरायली पीएम नेतन्याहू पर भ्रष्टाचार के आरोप 2016 से ही लगने शुरू हो गए थे। इजरायली अधिकारियों ने आरोप लगाए थे कि पीएम धनी व्यापारियों से महंगे गिफ्ट लेकर उनके पक्ष में फैसले कर रहे हैं। अधिकारियों ने आरोप लगाया कि उन्होंने महंगे सिगार, शैंपेन,कंगन,बैग और लक्जरी कपड़े लिए थे। इसके बदले उन्होंने कथित तौर पर जांच और न्यायिक कार्यवाही में हस्तक्षेप किया था। इन आरोपों के दो साल बाद पुलिस ने इजरायली नेता पर मुकदमा चलाने की सिफारिश की और अगले ही साल उन्हें दोषी ठहरा दिया।
नेतन्याहू पर क्या है आरोप?
इजरायली पीएम के ऊपर लगे भ्रष्टाचार के मुकदमे में तीन अलग-अलग मामलों को मिला दिया गया है। इन आरोपों को 1000, 2000 और 4000 कहा जाता है।
केस 1000 में आरोप है कि इजरायली प्रधानमंत्री ने हॉलीवुड निर्माता अर्नोन मिल्चन और आस्ट्रेलियाई अरबपति जेम्स पैकर से लगभग 30 हजार डॉलर के उपहार लिए हैं जिसके बदले उन्होंने वित्तमंत्रालय से उन्हें कर में छूट दिलवाई और कर अवधि को बढ़ा दिया।
केस 2000 में नेतन्याहू ने अपनी पॉजिटिव कवरेज के लिए इज़राइल के प्रमुख समाचार पत्र येडियट अहरोनोट के प्रकाशक के साथ एक बदले की व्यवस्था पर चर्चा की।
केस 4000 में शॉल एलोविच नाम के एक टेलीकॉम व्यापारी ने पीएम नेतन्याहू को महंगे उपहार दिए। उनका सोचना यह था कि ऐसा करके पीएम देश में उसके व्यापारिक हितों में बाधा नहीं डालेंगे।
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