गाजा में भुखमरी से बिगड़ते हालात, एक वक्त के खाने को तरसे लोग; इजरायल-हमास जंग का अंत कब?
- इजरायल और हमास के बीच बीते एक साल से बड़े पैमाने पर संघर्ष जारी है। इस दौरान गाजा में लोग खाने को भी मोहताज हो गए हैं। इसके बावजूद युद्ध का अंत फिलहाल नजर नहीं आ रहा है।
पिछले साल अक्टूबर में इजरायल और हमास के बीच शुरू हुए जंग के बाद गाजा की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। गाजा में अब तक 40 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोग प्रभावित हैं। वहीं जंग से बचे लोग अब खाने को मोहताज हो गए हैं। गाजा में लोगों को एक वक्त का खाना भी नसीब नहीं हो रहा है। राहत शिवरों में रहने वाले लोग भुखमरी और बीमारियों के बीच मुश्किल से जीवन यापन कर रहे हैं। इन सब के बावजूद फिलहाल युद्ध खत्म होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। हमास और हिजबुल्लाह का खात्मा करने की कसम खाने वाले नेतन्याहू किसी भी समझौता करने में मूड में नहीं हैं।
गाजा के एक कैंप में रहने वाली यास्मीन ईद कहते हैं, "मेरी बेटियां भूख की वजह से सो भी नहीं पाती हैं।” पांच बार विस्थापित होने के बाद यास्मीन ईद अब मध्य गाजा में रहते हैं जहां सहायता समूह मुश्किल से ही पहुंच लाते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि हालात जल्द ही व्यापक अकाल का रूप ले सकते हैं। देर अल-बलाह में रहने वाली यास्मीन ईद उन लाखों लोगों में शामिल हैं जो गंदगी से भरे शिविरों में शरण लिए हुए हैं। जंग के बीच स्थानीय बेकरी इस सप्ताह पांच दिनों तक बंद रही। बुधवार तक ब्रेड के एक बैग की कीमत 13 डॉलर से ऊपर पहुंच गई है। यास्मीन के पति हानी ने कहा, "मुझे इस बारे में बात करना भी मुश्किल लगता है जो हम अनुभव कर रहे हैं। मुझे इसके बारे में बात करने में शर्म आती है। मैं आपको क्या बता सकता हूं? मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जो परिवार को खाने के लिए आटा भी नहीं दिला सकता।"
2.3 मिलियन फिलिस्तीनियों पर गंभीर संकट
संयुक्त राष्ट्र ने मध्य और दक्षिणी गाजा में भुखमरी से जूझ रहे परिवारों की बढ़ती संख्या को लेकर चेतावनी दी है। इससे पहले इजरायली सैन्य ठिकानों के पास बंदूक की नोक पर राहत सामग्रियों से भरे लगभग 100 ट्रकों लूट लिया गया था। सहायता समूहों का कहना है कि 2.3 मिलियन फिलिस्तीनियों को भोजन और अन्य महत्वपूर्ण सहायता भेजने में कई बाधाएं सामने आ रही हैं। इजरायली प्रतिबंधों, जंग और सड़कों पर हो रही बमबारी के बीच राहत सामग्री पहुंचाना बड़ी चुनौती है। स्थानीय लोगों ने बताया कि पूरा परिवार भूखे पेट सो रहा है। वे बताते हैं, "हर चीज की कीमत बढ़ गई है और हम कुछ भी नहीं खरीद सकते हैं। हम हमेशा रात का खाना खाए बिना सो जाते हैं।" सैकड़ों लोगों की भीड़ चैरिटी से खाना लेने के लिए घंटों इंतजार करती है।
अब तक 44,000 लोगों की मौत
इस बीच गुरुवार को इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनके पूर्व रक्षा मंत्री के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। उन पर गाजा में नरसंहार और भुखमरी को युद्ध के तरीके के रूप में उपयोग करने का आरोप लगाया गया है। वहीं इजरायल ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया है। गाजा के स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार इजरायल के हमले में अब तक 44,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं जिनमें से आधे से अधिक महिलाएं और बच्चे हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।