जंग के बीच इजरायल की मिसाइलें हो रहीं खत्म; हमास, हिजबुल्लाह और ईरान देंगे ट्रिपल टेंशन
- हमास, हिजबुल्लाह और ईरान के खिलाफ एक साथ जंग लड़ रही इजरायली सेना मिसाइल और रॉकेट की भारी कमी झेल रही है। यह टेंशन की बात इसलिए भी है, क्योंकि अभी ईरान और हिजबुल्लाह ने पूरी ताकत से हमला नहीं किया है।
हमास, हिजबुल्लाह और ईरान के खिलाफ तीन मोर्चों पर एक साथ जंग लड़ रही इजरायली सेना रॉकेट और मिसाइल इंटरसेप्टर की कमी का सामना कर रही है। ब्रिटिश मीडिया की रिपोर्ट कहती है कि एक साल से चल रहे यु्द्ध में इजरायल के पास गोला-बारूद खत्म हो रहा है। इजरायल इसे लेकर चिंतित भी है। रिपोर्ट में इजरायल के पूर्व सैन्य अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा गया है कि अमेरिका इजरायल की इस मुश्किल को समझता है और उसकी हर संभव मदद कर रहा है। विशेषज्ञों ने इजरायली सूत्रों के हवाले से चेतावनी दी है कि यदि ईरान इजरायल पर जवाबी हमला जारी रखता है और हिजबुल्लाह भी पूरी ताकत से हमला करता है तो यह इजरायल के लिए टेंशन वाली बात हो सकती है।
विशेषज्ञों और पूर्व सैन्य अधिकारियों का हवाला देते हुए फाइनेंशियल टाइम्स ने कहा कि वाशिंगटन इस मामले को सुलझाने के लिए यहूदी राष्ट्र इजरायल की सहायता कर रहा है, विशेष रूप से टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस मिसाइल सिस्टम (THAAD) भेजने के अपने वादे को पूरा कर रहा है। पूर्व अमेरिकी रक्षा अधिकारी डाना स्ट्रॉल ने कहा, "तीन मोर्चों पर घिरे इज़रायल के लिए गोला-बारूद का मुद्दा गंभीर है। अगर ईरान इज़रायल के हमले का जवाब देता है और हिज़्बुल्लाह भी इसमें शामिल हो जाता है, तो इज़रायल की हवाई सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।" उन्होंने कहा कि इजरायल को गोला-बारूद की आपूर्ति असीमित नहीं हो सकती, क्योंकि अमेरिका पहले ही रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन को भी मदद कर रहा है।
मिसाइल और रॉकेट की भारी कमी
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, मिसाइल इंटरसेप्टर बनाने वाली कंपनी इज़रायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज के सीईओ बोअज़ लेवी ने कहा, "हमारी यूनिट्स सप्ताह के सातों दिन और 24 घंटे काम कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य अपने सभी दायित्वों को पूरा करना है।" इजरायल की वायु रक्षा प्रणाली में आयरन डोम सबसे महत्वपूर्ण है, जिसका उपयोग वह कम दूरी की मिसाइलों को अपने क्षेत्र में घुसपैठ करने से रोकने और मार गिराने के लिए करता है। पूर्व आईडीएफ जनरल असफ ओरियन का कहना है कि इजरायल पर अभी उतना बड़ा हमला नहीं हुआ है, लेकिन इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि भविष्य में ऐसा न हो। उन्होंने कहा कि हालात लगातार इजरायल के खिलाफ होते जा रहे हैं। अभी लेबनान में ईरान समर्थित हिजबुल्लाह ने अपनी पूरी क्षमता का उपयोग नहीं किया है।
एक साल में इजरायल पर 20 हजार से अधिक मिसाइलें दागी गईं
इजरायल के सैन्य आंकड़ें बताते हैं कि पिछले वर्ष 7 अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए अभूतपूर्व हमले के बाद से इजरायल पर गाजा, ईरान और लेबनान से कम से कम 20000 रॉकेट और मिसाइलें दागी गई हैं। इजरायल ऐसा दावा करता है कि उसकी वायु रक्षा प्रणाली ने आबादी वाले क्षेत्रों की ओर जाने वाले अधिकांश मिसाइलों को सफलतापूर्वक मार गिराया।
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