हिजबुल्लाह के ठिकानों पर इजरायली सेना को मिले इतने हथियार, रह गई हक्की-बक्की; रूस से कनेक्शन
- साउथ लेबनान में इजरायली सैनिकों को हिजबुल्लाह के कब्जे वाले इलाकों में रूसी हथियार मिले हैं। हथियारों का जखीरा आईडीएफ के अनुमान से कहीं अधिक है। सैनिकों ने रूसी एंट्री टैंक मिसाइलें और गोला-बारूद बरामद किया है।
इजरायली सेना का हिजबुल्लाह आतंकियों पर हवाई और जमीनी हमला जारी है। हमलों के बीच इजरायली सेना लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर छापेमारी भी कर रही है। मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, साउथ लेबनान में इजरायली सैनिकों को हिजबुल्लाह के कब्जे वाले इलाकों में कहीं अधिक मात्रा में रूसी हथियार मिले हैं। हथियार इजरायली सैनिकों के अनुमान से कहीं अधिक हैं। ठिकानों पर हथियारों का जखीरा देखकर सेना हक्की-बक्की रह गई। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने सीरियाई सुरक्षा अधिकारियों और एक अरब अधिकारी के हवाले से बताया कि इनमें से अधिकांश हथियार मूल रूप से सीरियाई सेना के हैं, जिन्हें रूस वर्षों से आपूर्ति करता रहा है।
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि हथियार लेबनानी आतंकी समूह तक कैसे पहुंचे। रूस और हिजबुल्लाह दोनों ने सीरियाई गृहयुद्ध में सीरिया के राष्ट्रपति बशर असद की तरफ से लड़ाई लड़ी थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि हिजबुल्लाह के पास आधुनिक और बेहद विनाशकारी हथियारों का जखीरा मिला है। हथियारों की मात्रा और क्षमता सैन्य अधिकारियों के अनुमानों से कहीं अधिक है। इन हथियारों के दम पर हिजबुल्लाह इजरायली सैनिकों पर हमला करने और उन्हें मार डालने में अपनी क्षमता बढ़ा सकता था।
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, नेशनल म्यूनिशन डिसएसेम्बली लैब के प्रमुख आईडीएफ कमांडर ने वॉल स्ट्रीट जर्नल को बताया कि जमीनी ऑपरेशन के दौरान मिले हथियारों में से 60-70 प्रतिशत रूस निर्मित थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन हथियारों में कोर्नेट एंटी टैंक मिसाइलें भी शामिल हैं, जिन्हें रूस ने 2020 में बनाया था। रूसी और सीरियाई सरकारों ने इस मामले में किसी तरह की कोई टिप्पणी नहीं दी है। उधर, इजरायली प्रधान मंत्री कार्यालय ने भी रिपोर्ट पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
इजरायल ने बेरूत में कई आवासीय इलाकों पर बमबारी की
इजराइली हवाई हमले में सोमवार देर रात लेबनान की राजधानी में घनी आबादी वाले आवासीय क्षेत्र को निशाना बनाया गया। हमलों में बेरूत के जिस क्षेत्र को निशाना बनाया गया वहां से पास में ही संयुक्त राष्ट्र कार्यालय, संसद भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय और कई दूतावास हैं। लेबनान की सरकारी राष्ट्रीय समाचार एजेंसी ने कहा कि बेरूत के जौक अल-ब्लाट इलाके में दो मिसाइलें गिरी हैं।
यह हमला ऐसे वक्त हुआ है जब खबर आई है कि अमेरिकी दूत ने युद्धविराम वार्ता के लिए अपनी यात्रा स्थगित कर दी है। हमलों के बाद पूरे इलाके में एम्बुलेंस के सायरन गूंज रहे थे, लेकिन हताहतों की कोई आधिकारिक संख्या जारी नहीं की गई है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।