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अफगानिस्तान में IS ने ली तालिबानी मंत्री के कत्ल की जिम्मेदारी, छावनी में तब्दील हुआ जनाजा

  • बुधवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुए जोरदार विस्फोट में तालिबान सरकार के मंत्री खलील हक्कानी की मौत हो गई थी। इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है।

Jagriti Kumari एपी, काबुलThu, 12 Dec 2024 02:32 PM
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अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के मंत्री पर हुए हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है जिससे हलचल तेज हो गई है। गुरुवार को कड़ी सुरक्षा के बीच शरणार्थी मंत्री खलील हक्कानी का अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले बुधवार को राजधानी काबुल में हुए एक जोरदार विस्फोट में उनकी मौत हो गई थी। इस हमले में कई अन्य लोग भी मारे गए हैं। हालांकि अधिकारियों ने मृतकों और घायलों की संख्या नहीं बताई है। गुरुवार दोपहर को हक्कानी का अंतिम संस्कार गरदा सेराई में हुआ जिसे हक्कानी परिवार का गढ़ माना जाता है। तालिबानी सरकार के प्रवक्ता हमदुल्ला फितरत ने कहा है कि इसमें शीर्ष अधिकारी शामिल हुए और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। अंतिम संस्कार वाले जगह से एक वीडियो जारी किया गया है सड़क के दोनों तरफ सुरक्षा जवान और हथियारबंद गाड़ियां दिख रही थी।

सत्तारूढ़ तालिबान के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी आईएस ने पहले भी अफगानिस्तान में बम विस्फोट किए हैं। हालांकि अगस्त 2021 में तालिबान के सत्ता पर कब्जा करने और अमेरिकी सुरक्षा बलों के हटने के बाद से आत्मघाती हमले कम हो गए थे। इस तरह के हमलों में ज्यादातर अल्पसंख्यक शिया मुसलमानों को निशाना बनाया है।

अमाक न्यूज एजेंसी के मुताबिक इस्लामिक स्टेट ने कहा कि उसके एक लड़ाके ने आत्मघाती बम विस्फोट को अंजाम दिया। बयान के मुताबिक हमलावर ने हक्कानी के ऑफिस से बाहर निकलने का इंतजार किया और फिर अपने डिवाइस में विस्फोट कर दिया। तालिबान के सत्ता में आने के बाद पहली बार किसी कैबिनेट सदस्य को निशाना बनाया है गया है जिससे तालिबान सरकार में हलचल मची हुई है।

हादसे में मारे गए खलील हक्कानी जलालुद्दीन हक्कानी के भाई थे जिन्होंने खतरनाक हक्कानी नेटवर्क की स्थापना की थी। वह तालिबान के गृह मंत्री और दिग्गज नेता सिराजुद्दीन हक्कानी के चाचा भी थे। अमेरिका ने उन दोनों पर ही बड़ा इनाम रखा था। गौरतलब है कि तालिबान के दो दशक के विद्रोह के दौरान हक्कानी नेटवर्क ने देश में सबसे हिंसक हमले किए थे।

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